खसरा गिरदावरियों के रिकार्ड को निजी हाथों में सौंपने की फिराक में सरकार : छोकर

पंजाब सरकार माल विभाग के खसरा गिरदावरियों के अहम रिकार्ड को निजी हाथों में देने के लिए उतावली है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 05:27 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 05:27 PM (IST)
खसरा गिरदावरियों के रिकार्ड को निजी हाथों में सौंपने की फिराक में सरकार : छोकर
खसरा गिरदावरियों के रिकार्ड को निजी हाथों में सौंपने की फिराक में सरकार : छोकर

संवाद सहयोगी, मालेरकोटला

पंजाब सरकार माल विभाग के खसरा गिरदावरियों के अहम रिकार्ड को निजी हाथों में देने के लिए उतावली है। सरकार ने ताजा आदेश जारी करके पटवारियों को शनिवार व रविवार की छुट्टियों वाले दिन यह इंदराज आनलाईन अपडेट करने के लिए कहा है।

रेवेन्यू पटवार यूनियन जिला संगरूर व मालेरकोटला के अध्यक्ष दीदार सिंह छोकर ने बताया कि माल रिकार्ड की जमाबंदी को कंप्यूटराइज्ड करते समय भी जल्दबाजी में काम करवाया गया, जिस कारण आज भी परेशानियां आ रही हैं। किसी का नाम गलत लिखा गया और किसी का खेवट में हिस्सा गलत लिखा गया, जिसे दुरुस्त करवाने के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ा। कंप्यूटर आपरेटरों द्वारा की इन गलतियों का खामियाजा पटवारियों व कानूनगो को भुगतना पड़ा। अब पंजाब सरकार ने गिरदावरी का काम वगैर रिकार्ड दुरुस्त करवाए कंप्यूटराइज्ड करने के लिए निजी कंपनियों से समझौते किए हैं। जिन पटवारियों ने यह कार्य करना है, उन्हें इसका साफ्टवेयर ही मुहैया नहीं करवाया जा रहा।

उन्होंने बताया कि नए भर्ती पटवारियों ने बकायदा कंप्यूटर का पेपर पास किया है। उनके पास काम करने की योग्यता भी है और वह खुद यह काम अपने हाथ से करने के इच्छुक भी हैं। एक कंप्यूटर आपरेटर दिन में सिर्फ 600 खसरा नंबर अपडेट कर सकता है, लेकिन फर्द केंद्रो में उच्चाधिकारी प्रत्येक आपरेटर को एक घंटे में 200 नंबर खसरा फीड करने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसे जल्दबाजी में किए काम में गलतियां होने की गुंजाइश ज्यादा होगी। उन्होंने मांग की कि सरकार कंप्यूटर का काम पटवारियों को सौंपे। सरकार ने उनकी मांग की तरफ ध्यान न दिया तो वह एक सितंबर से मैनूअल काम करने के लिए मजबूर होंगे।

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