घग्धर का पुल धंसने से अड़कवास के खस्ताहाल पुल पर बढ़ा भार, लोगों में रोष

लहरागागा (संगरूर) स्थानीय सुनाम-जाखल बाइपास की मुख्य सड़क पर घग्गर ब्रांच नहर के पुल में दरार आई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 10:17 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 10:17 PM (IST)
घग्धर का पुल धंसने से अड़कवास के खस्ताहाल पुल पर बढ़ा भार, लोगों में रोष
घग्धर का पुल धंसने से अड़कवास के खस्ताहाल पुल पर बढ़ा भार, लोगों में रोष

संवाद सूत्र, लहरागागा (संगरूर)

स्थानीय सुनाम-जाखल बाइपास की मुख्य सड़क पर घग्गर ब्रांच नहर का पुल धंसने के बाद बेशक विभाग ने पुल पर भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगा दी है, लेकिन लोगों की जिदगी की विभाग को कोई परवाह नहीं है। क्योंकि विभाग ने गांव अड़कवास के पुल से ट्रैफिक का रास्ता बनाया गया था, परंतु इस पुल की भी हालत भी बेहद खस्ता है। जगह-जगह दरारें पड़ी हुई है। पुल का रास्ता भी तंग है, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। किंतु विभाग आंखे मूंदकर सो रहा है। इससे साफ है कि विभाग ने बिना सोचे-समझे ट्रैफिक का रूट बदल दिया है, जबकि इससे पहले पुल की हालत का जायजा तक नहीं लिया गया।

भाजपा मंडल प्रधान संदीप कुमार दीपू व गांव निवासियों ने पुल का जायजा लिया तो देखा कि पुल पर रेलिग नहीं थी। दोनों साइडें बुरी तरह से टूट चुकी हैं। फिर भी लोग भारी वाहन आराम से बगैर किसी चिता के लेकर गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुल की खस्ताहालत होने के बावजूद संबंधित विभाग ने किसी आधार पर ट्रैफिक की प्रवानगी दी है। कुछ समय पहले ही पुल की प्रीमिक्स डाला गया था। इसके नीचे वाले सरिए बुरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। अगर कोई घटना होती है तो इसका जिम्मेदार संबंधित विभाग होगा। उन्होंने मांग की कि पुल को नए सिरे से बनाया जाए अगर ऐसा न हुआ तो संघर्ष शुरू होगा। दो अधिकारी एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन विपन बांसल व पीडब्ल्यूडी व‌र्ल्ड बैंक शाखा डिवीजन संगरूर के एक्सईएन इंद्रजीत सिंह ने मामले संबंधी जानकारी न होने का हवाला दिया। दोनों अधिकारियों ने एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए कोई भी स्पष्ट जवाब देने से पल्ला झाड़ लिया, जिससे पता चलता है कि सरकारी अधिकारियों को लोगों की जान व माल की कोई चिता नहीं है।

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