घग्गर का जलस्तर 748 फीट पहुंचा, बरसात से 5490 एकड़ फसल पानी में डूबी

लगातार तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते घग्गर दरिया का जलस्तर 747.5 फीट खतरे के निशान तक पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 11:16 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 11:16 PM (IST)
घग्गर का जलस्तर 748 फीट पहुंचा, बरसात से 5490 एकड़ फसल पानी में डूबी
घग्गर का जलस्तर 748 फीट पहुंचा, बरसात से 5490 एकड़ फसल पानी में डूबी

जागरण टीम, संगरूर : लगातार तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते घग्गर दरिया का जलस्तर 747.5 फीट खतरे के निशान तक पहुंच गया है। इससे जहां आसपास के गांव निवासियों व किसानों में चिता का माहौल है, क्योंकि अगर ऐसे में घग्गर दरिया के किनारे टूटते हैं तो किसानों की फसलों का भारी नुकसान हो सकता है। वहीं पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष पाया जा रहा है। इलाके में बरसात के कारण लहरागागा, अन्नदाना व मूनक ब्लाक के 5490 एकड़ धान की फसल में बरसात का पानी जमा हो गया है। हालांकि किनारों की मजबूती के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार जायजा लिया जा रहा है, परंतु किसान अपनी फसल को बचाने के लिए जद्दोजहद में लगे हैं। उन्हें खतरा है कि थोड़ी सी चूक बड़ा नुकसान बन सकती है। इसलिए वह किसी प्रकार का खतरा नहीं उठाना चाहते।

घग्गर कमेटी के किसान मेघ सिंह, जीत सिंह, प्रगट सिंह, मेवा सिंह, सुक्खा सिंह, गुरजंट सिंह आदि ने कहा कि गत दिन हुई बरसात से हजारों एकड़ से अधिक फसल डूब चुकी है। वहीं गांव बलरां, देहलां, पापड़ा, बुशैहरा, मकोरड़ साहिब, सूरजभैणी आदि दर्जनों गांव में पानी घुस गया है। इस संबंधी एसडीओ ड्रेनज विभाग के चेतन गुप्ता ने कहा कि पीछे पहाड़ी इलाकों में अधिक वर्षा होने से दरिया में पानी का स्तर लगातार बढ़ने की आशंका है। विभाग अपने तौर पर किसानों की पूरी मदद कर रहा है। अब तक किसानों को बड़ी मात्रा में थैले मुहैया करवाए गए है। बीडीपीओ अनदाना एंट मूनक ने कहा कि उनके द्वारा डेढ लाख थैलों का प्रबंध किया गया है। करीब पच्चास हजार थैले बांध की रिपेयर पर लगा दिए गए हैं। लोंगोवाल में भी जलभराव की समस्या

लोंगोवाल: वीरवार रात कई घंटे रुक-रुककर हुई बारिश से स्थानीय दुलट पत्ती के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की निकासी न होने से लोगों के घरों में जलभराव हो गया। नगर कौंसिल के प्रधान रितु गोयल के पति विजय गोयल ने कहा कि गत सप्ताह कस्बे के नालों की सफाई करवाई गई थी। इसलिए नालों में पानी की निकासी की कोई समस्या नहीं है। फिर भी वह जांच करवाएंगे। घरों में दाखिल हुआ ड्रेन का पानी

लहरागागा: दूसरी तरफ लहरागागा के गांव लहल कलां से गुरजती ड्रेन का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस गया। कई मकान सीलन की वजह से गिर गए। हजारों एकड़ में पानी भर गया। इस संबंधी गुरु तेग बहादर नगर के सरपंच बलजीत सिंह व लहल कलां के सरपंच जसविदर सिंह रिपी चेयरमैन मार्केट कमेटी ने बताया कि पानी से करीब आधा दर्जन से अधिक मकान गिर गए हैं। परंतु किसी का जानी नुकसान होने से बचाव हो गया। उन्होंने कहा कि गांव लहल कलां का संपर्क दूसरे गांव से टूट चुका है। जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवारों को मुआवजे की मांग की।

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