धूरी नगर कौंसिल की कचरा रेहड़ियां बनी कबाड़
शहर में भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के बड़े-बड़े बैनर बहुत से स्थानों पर देखने को मिलते हैं लेकिन सफाई के नजरिए से शहर की हालत बेहद खराब बनी हुई है।
संवाद सूत्र, धूरी (संगरूर)
शहर में भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के बड़े-बड़े बैनर बहुत से स्थानों पर देखने को मिलते हैं, लेकिन सफाई के नजरिए से शहर की हालत बेहद खराब बनी हुई है। अभियान के नाम पर आया करोड़ों रुपये का फंड उच्च अधिकारियों द्वारा मिलकर खुर्दबुर्द किया जा रहा है।
नगर कौंसिल धूरी में वर्ष 2019 में आई 42 कचरा ढोने वाली रिक्शा रेहड़ियां कबाड़ में बदलती जा रही हैं। इसके बजाय 15 वर्ष पुरानी खस्ताहाल रेहड़ियों से महिला सेवकों को कचरा ढोना पड़ रहा है जिससे कचरा शहर की गलियों में बिखरता रहता है। इसके अलावा नगर कौंसिल पार्क के नजदीक बने बाथरूमों की हालत बेहद खराब है। लोग खुले में बाथरूम करने को मजबूर हैं।
नगर कौंसिल धूरी के सेनेटरी इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि रिक्शा रेहड़ियां खरीदते समय कई प्रकार की सरकारी नियम को नजरअंदाज किया गया है। इन्हें सप्लाई करने वाले व्यक्ति द्वारा कम रेट पर टेंडर लेने के कारण उसकी ओर से घटिया मटीरियल वाले रिक्शा रेहड़ी सप्लाई किए गए हैं जो थोड़े समय में ही जवाब देने लगे हैं।