कोरोना का कहर : तकीपुर के पूर्व सरपंच, दो बेटों व बेटी की मौत
जिला संगरूर में कोरोना का कहर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। गांव तकीपुर के पूर्व सरपंच तरलोक सिंह के परिवार में पूर्व सरपंच समेत दो बेटों व एक विवाहित बेटी कोरोना की भेंट चढ़ गए हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर
जिला संगरूर में कोरोना का कहर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। गांव तकीपुर के पूर्व सरपंच तरलोक सिंह के परिवार में पूर्व सरपंच समेत दो बेटों व एक विवाहित बेटी कोरोना की भेंट चढ़ गए हैं। परिवार में मातम का माहौल है। बेशक परिवार के अन्य सदस्यों की कोरोना सैपलिग की रिपोर्ट नेगेटिव आने से परिवार ने राहत की सांस ली है, लेकिन परिवार के चार सदस्यों की मौत ने गांव भर को झिझोड़कर रख दिया है। गांव की पंचायत द्वारा ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि वह कोरोना से बचाव के लिए सावधानियों का गंभीरता से पालन करें। गांव में लगातार सैनिटाइजेशन का कार्य जारी है।
रविवार को सेहत केंद्र लोंगोवाल की तरफ से सेहत विभाग की टीम ने गांव का दौरा करके सैंपलिग की व सभी 35 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव रही।
गांव के सरपंच धरमिदर सिंह ने बताया कि गांव के पूर्व सरपंच 87 वर्षीय तरलोक सिंह का परिवार नामी परिवारों में से एक है। तरलोक सिंह ही परिवार में सबसे पहले कोरोना से संक्रमित हुए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पटियाला के अस्पताल में दो मई को उनकी मौत हो गई। इस दौरान उनका 46 वर्षीय बेटा हरपाल सिंह व 50 वर्षीय जसपाल सिंह भी कोरोना संक्रमित हो गए। तरलोक सिंह की बेटी सुखजीत कौर गांव सैदोवाल में विवाहित थी। वह भी अपने ससुराल परिवार में कोरोना संक्रमित हो गई थी और इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। जसपाल को पटियाला के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, लेकिन कोरोना के कारण जसपाल की भी पांच मई को मौत हो गई। परिवार में हरपाल सिंह की भी शनिवार को पटियाला के निजी अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई। परिवार में कोरोना से एक के बाद एक चार सदस्यों की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जसपाल सिंह के एक बेटा-एक बेटी,, हरपाल सिंह के दो बेटे हैं। पूरा परिवार खेतीबाड़ी करता है।
---------------------------- सेहत विभाग कर रहा सैंपलिग
एसएमओ लोंगोवाल डा. अंजु सिगला ने गांव तकीपुर में पूर्व सरपंच व दो पुत्रों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि उक्त व्यक्तियों की मौत कुछ-कुछ दिन के अंतराल के बाद पटियाला के अस्पताल में हुई है। परिवार की लड़की की मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है, क्योंकि उसकी मौत अपने ससुराल गांव में हुई है। परिवार के अन्य सदस्यों के सैंपल करवाए गए। साथ ही उनके संपर्क में आने वालों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं।