शहीदों की कुर्बानियों को सम्मान देना हमारा फर्ज

कांग्रेस शासन के पांचवें वर्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सुनाम पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:57 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:57 PM (IST)
शहीदों की कुर्बानियों को सम्मान देना हमारा फर्ज
शहीदों की कुर्बानियों को सम्मान देना हमारा फर्ज

संवाद सहयोगी, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : कांग्रेस शासन के पांचवें वर्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सुनाम पहुंचे। करीब 10 मिनट के भाषण में कैप्टन ने कोई राजनीतिक बात नहीं रखी, बल्कि शहीद से संबंधित भाषण के बाद वह वापस लौट गए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों की कुर्बानियों को सम्मान देना सभी का प्राथमिक फर्ज बनता है। मुख्यमंत्री ने शहीद को श्रद्धांजलि भेंट की व उनकी यादगार को लोकार्पण किया गया। 6.40 करोड़ की लागत से तैयार हुई यादगार में शहीद के कांस्य के आदमकद बुत सहित आलहा दरवाजे की यादगार बनाई गई है, जिसके दोनों तरफ स्थापित चार-चार पत्थरों पर शहीद के जीवन, इतिहास व योगदान संबंधी अंग्रेजी व पंजाबी में लिखा गया है। अजायब घर में उनसे संबंधित तस्वीरें, दस्तावेज, अस्थियों वाला कलश रखे गए हैं। यादगार वाली जमीन की कीमत 3.40 करोड़ रुपये है, जबकि उस पर निर्माण बिल्डिग पर तीन करोड़ रपये खर्च हुए हैं।

मुख्यमंत्री शहीद ऊधम सिंह के पारिवारिक वारिसों से मिले व उन्हें शाल देकर सम्मानित किया। पारिवारिक सदस्यों में जीत सिंह, ज्ञान सिंह, रणजीत कौर, जीत सिंह, मोहन सिंह, शाम सिंह, गुरमीत सिंह, मलकीत सिंह शामिल थे।

प्रोग्राम में मंडी बोर्ड चेयरमैन लाल सिंह व कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नहीं पहुंचे। गौर हो कि 13 अप्रैल 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुए खूनी नरसंहार का 21 वर्ष बाद लंदन में जाकर बदला लेने वाले शहीद ऊधम सिंह का शनिवार को सुनाम में 82वां शहीदी दिवस मनाया गया।

शिक्षा मंत्री विजयइंद्र सिगला, अतिरिक्त मुख्य सचिव सैर सपाटा संजय कुमार, विदेश प्रमुख सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह, डायरेक्टर सैर सपाटा व सभ्याचारक मामले कंवलप्रीत बराड़, डीसी संगरूर रामवीर, डीआइजी विक्रमजीत दुग्गल, एसएसपी विवेकशील सोनी आदि द्वारा भी शहीदों को श्रद्धासुमन भेंट किए।

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