छह माह के भीतर खंडहर बन गया भवानीगढ़ का बायोडायवर्सिटी पार्क

शहर के पुलिस स्टेशन के समक्ष करोड़ों रुपये की लागत से बने राज्य के पहले बायोडायवर्सिटी पार्क की सही तरीके से देखभाल न होने से पार्क उजड़ता दिखाई दे रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 03:35 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 03:35 PM (IST)
छह माह के भीतर खंडहर बन गया भवानीगढ़ का बायोडायवर्सिटी पार्क
छह माह के भीतर खंडहर बन गया भवानीगढ़ का बायोडायवर्सिटी पार्क

संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर)

शहर के पुलिस स्टेशन के समक्ष करोड़ों रुपये की लागत से बने राज्य के पहले बायोडायवर्सिटी पार्क की सही तरीके से देखभाल न होने से पार्क उजड़ता दिखाई दे रहा है। पार्क का उद्घाटन छह महीने पहले कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिगला ने किया था। शहर निवासियों व बच्चों में सैर व मनोरंजन को लेकर उत्साह पाया जा रहा था, परन्तु पार्क में लगे पेड़-पौधे पानी की कमी से सूखने लगे हैं। लाइटें व फव्वारे बंद पड़े हैं। बच्चों के लिए लगाए झूले टूट चुके हैं, जिससे उनकी आशाएं धरी की धरी रह गईं। लोगों का कहना है कि पार्क की देखरेख की जिम्मेदारी जंगलात विभाग को सौंपी गई थी, लेकिन विभाग ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। इसका परिणाम छह महीने के भीतर पार्क ने खंडहर का रूप लेना शुरू कर दिया है। लोगों ने मांग की कि पार्क की सुंदरता को दोबारा बरकरार करने के लिए उचित देखरेख का प्रबंध किया जाए।

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पार्क में खास क्या है पार्क में करीब 165 प्रकार के पौधे लगाए गए हैं, जिन्हें 10 जोनों में बांटा गया है। इनमें मेडिसन पौधों की 25 किस्में, रिवायती पौधों की 30, कांटेदार कैक्टस की 58, झाड़ीदार पौधों की 40, पालम की 4, बांस की 5 व चील की 3 किस्में लगाई गई हैं। इसके अलावा इनडोर में रखने वाले पौधों की अलग से गैलरी बनाई है, ताकि लोगों को सेहत व पौधों की देखरेख हेतु प्रेरित किया जा सके। -----------------

विभाग का काम पार्क तैयार करके देने का, संभाल नगर कौंसिल करे

जंगलात विभाग के रेंज अफसर मनदीप सिंह ढिल्लों ने कहा कि फंड की कमी से पार्क की देखरेख करने में मुश्किल हो रही है। विभाग का काम पार्क तैयार करना था। अब उसकी देखरेख की जिम्मेदारी नगर कौंसिल भवानीगढ़ की है। इस संबंधी दो बार विभाग नगर कौंसिल को लिखती पत्र भेज चुका है।

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