किसानों को किया पराली व नाड़ न जलाने के लिए प्रेरित

मिशन तंदरुस्त पंजाब के अंतर्गत कृषि व किसान भलाई विभाग द्वारा पिछले दिनों जिला मालेरकोटला के ब्लाक अहमदगढ़ के गांव अजीमाबाद में पराली की संभाल संबंधी किसान प्रशिक्षण कैंप लगाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 04:10 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 04:10 PM (IST)
किसानों को किया पराली व नाड़ न जलाने के लिए प्रेरित
किसानों को किया पराली व नाड़ न जलाने के लिए प्रेरित

संवाद सहयोगी, मालेरकोटला

मिशन तंदरुस्त पंजाब के अंतर्गत कृषि व किसान भलाई विभाग द्वारा पिछले दिनों जिला मालेरकोटला के ब्लाक अहमदगढ़ के गांव अजीमाबाद में पराली की संभाल संबंधी किसान प्रशिक्षण कैंप लगाया गया।

कैंप में डा. कुलबीर सिंह, कृषि विकास अफसर अहमदगढ़ ने किसानों को पराली को आग लगाए बिना नवीनतम खेती मशीनरी सुपरसिडर, हैपी सीडर, चौपर, मलचर, पलटावे हल आदि इस्तेमाल करते हुए खेतों में ही संभालने के महत्व संबंधी जानकारी दी। डा. कुलबीर सिंह ने कहा कि फसली अवशेष नाईट्रोजन, फासफोर्स, पोटाश, सल्फर आदि से भरपूर होती है व जैविक कार्बन का महत्व पूर्ण स्त्रोत है जो जमीन की उपजाऊ बनाए रखने में सहायक होता है। किसानों को कुदरती स्त्रोतों की सही संभाल करने व खेती में खाद व रासायनिक खादों की केवल जरूरत अनुसार ही प्रयोग करने संबंधी जानकारी दी।

ब्लाक प्रौद्योगिकी मैनेजर अहमदगढ़ मोहम्मद जमील ने किसानों को पराली व नाड़ को जलाकर नष्ट करने से होने वाले मानवीय सेहत व वातावरण के नुकसानों संबंधी जागरूक करते हुए कहा कि इस तरह करने के साथ जरूरी फसली खुराक तत्व नष्ट हो जाते हैं। मित्र कीड़े मर जाते हैं व वनस्पति को भी नुकसान होता है। मनदीप सिंह, बलवीर सिंह, दलवीर सिंह, बशीर ़खान, गुरप्रीत सिंह, रणधीर सिंह, सतनाम सिंह के अलावा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व किसान उपस्थित थे।

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