आधुनिक खेती मशीनरी उपयोग कर पराली संभालें किसान
पंजाब सरकार द्वारा फसली अवशेष की संभाल हेतु आधुनिक मशीनरी सब्सिडी पर मुहैया करवाई जा रही है।
संवाद सहयोगी, बरनाला
पंजाब सरकार द्वारा फसली अवशेष की संभाल हेतु आधुनिक मशीनरी सब्सिडी पर मुहैया करवाई जा रही है। किसान इस मशीनरी का लाभ लेते हुए धान की पराली का योग्य प्रबंध करें ताकि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके व जमीन की उपजाऊ शक्ति भी कम न हो। यह बात डीसी कमिश्नर तेजप्रताप सिंह फूलका ने सीआरएम स्कीम तहत फसलों के अवशेष के सही प्रबंधन संबंधी जानकारी देने हेतु खेतीबाड़ी व किसान भलाई विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय किसान सिखलाई कैंप को संबोधित करते किया।
उन्होंने कहा कि खेतीबाड़ी विभाग द्वारा लगाए जा रहे कैंपों का अधिक से अधिक लाभ लें। खेतीबाड़ी के साथ सहायक धंधे अपनाकर अपनी आय में बढ़ावा करें। कम पानी लेने वाली तकनीकों से फसलों की बिजाई करें ताकि पानी की बचत की जा सके। उन्होंने किसानों को अपील की कि राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल की हिदायतों अनुसार धान की पराली को आग न लगाएं। आई खेती एप से किसान अपने नजदीकी क्षेत्र में जरूरी मशीन का पता करके इसे किराए पर ले सकते हैं। कैंप में तकनीकी जानकारी हेतु पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी लुधियाना की टीम डा. नवदीप सिंह की अगुआई में पहुंची।
एसोसिएट डायरेक्टर केवीके डा. प्रह्लाद तंवर, डा. अमनदीप कौर, डा. हरदीप सिंह ने फसलों को कीड़ों व बीमारियों से बचाने की जानकारी दी। इस मौके मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. चरणजीत सिंह कैंथ, डा. गुरचरण सिंह, डा. गुरबिदर सिंह, डा. सुखपाल सिंह, डा. गुरमीत सिंह, डा. जैसमीन सिद्धू, डा. सतनाम सिंह, डा. सुखदीप सिंह, डा. जसविदर सिंह सिद्धू, डा. गुरचरण सिंह, डा. नवजीत सिंह आदि उपस्थित थे।