संगरूर के भवानीगढ़ में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने पहुंचे दो मुलाजिमों को किसानों ने बनाया बंदी

केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट अधीन क्षेत्र के गांवों में से गुजरने वाले दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे बनाने के विरोध में गांव रोशनवाला में पक्के मोर्चे पर डटे किसानों का रोष पिछले कई दिन से बरकरार है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 08:00 AM (IST)
संगरूर के भवानीगढ़ में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने पहुंचे दो मुलाजिमों को किसानों ने बनाया बंदी
संगरूर के भवानीगढ़ में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने पहुंचे दो मुलाजिमों को किसानों ने बनाया बंदी

संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर) : केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट अधीन क्षेत्र के गांवों में से गुजरने वाले दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे बनाने के विरोध में गांव रोशनवाला में पक्के मोर्चे पर डटे किसानों का रोष पिछले कई दिन से बरकरार है। धरने पर बैठे किसानों ने रविवार को सड़क का निरीक्षण करने उनके खेतों में पहुंचे इंदौर की एक कंपनी के दो मुलाजिमों का घेराव किया व उन्हें धरनास्थल पर ही चार घंटे तक बंदी बनाकर रखा गया। शाम को कंपनी के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि वह अब बिना अनुमति किसी भी कर्मचारी को किसान के खेतों में नहीं भेजेंगे। इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों को रिहा किया गया।

दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे संघर्ष कमेटी के जिला प्रधान हरमनदीप सिंह डिक्की जैजी, प्रदीप सिंह, जोहा सिंह ने कहा कि किसानों के खिलाफ फैसले लेने वाली केंद्र सरकार पंजाब के किसानों को समाप्त करने के लिए आए दिन नई साजिशें रच रही है। किसान पहले ही प्रशासन व सरकारों को बकायदा लिखती रूप में कह चुके हैं कि जब तक उनके किसान दिल्ली संघर्ष से लौट नहीं आते वह जमीन नहीं देंगे। ठेकेदार रोजाना की तरह ही अपने मुलाजिमों को जमीन का सर्वेक्षण करने के लिए भेज रहे हैं, जिनका विरोध जारी रहेगा। इस मौके मास्टर कृपाल सिंह, अमरजीत सिंह, अनोख सिंह, रांझा सिंह, सुखदेव सिंह, गुरतेज सिंह, राम सिंह, कुलविदर सिंह, जोगिदर सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

उधर थाना प्रभारी गुरदीप सिंह ने बताया कि इंदौर से आए कंपनी के निचले स्तर के मुलाजिम थे। उन्हें किसानों के संघर्ष के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बंधी बनाए हुए मुलाजिमों को पुलिस द्वारा रिहा करवाया गया।

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