एक्सचेंज को लगाया किसनों ने ताला, रेलवे ट्रैक रखा खाली
जागरण संवाददाता संगरूर कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा 26वें दिन भी अपना रोष जारी रखा है।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा 26वें दिन भी अपना रोष धरना जारी रखते हुए रेलवे स्टेशन संगरूर के सा थ लगते रेलवे पुलिस के थाने के बाहर धरने को जारी रखा गया। इस दौरान किसानों ने जहां रेलवे ट्रैक को मालगाड़ियों के लिए खाली रखा, वहीं विशाल रोष रैली रेलवे स्टेशन से एक निजी मोबाइल नेटवर्क कंपनी की एक्सचेंज तक निकली गई। रेलवे स्टेशन से बरनाला रोड पर स्थित एक्सचेंज तक रोष करते हुए एक्सचेंज के गेट को ताला लगाया गया। इस अवसर पर जम्हूरी किसान सभा पंजाब के राज्य नेता उधम सिंह संतोखपुरा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गत दिनों जुबानी आदेश कर पंजाब में मालगाड़ियों की आवागमन बंद करवाना साबित करता है कि यह फैसला केवल किसान नहीं, बल्कि व्यापारी व आम लोगों के खिलाफ है। लेकिन पंजाब निवासी ऐसे फैसलों से दबने वाले नहीं हैं। जब तक कानून रद नहीं हो जाते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके किसान नेता जरनैल सिंह, जसदीप सिंह, गुरमेल सिंह, हरी सिंह, निरंजन सिंह, भरपूर सिंह, हरजीत सिंह, भाकियू राजेवाल के जिला प्रधान गुरमीत सिंह कपियाल, भाकियू डकौंदा के ब्लॉक धूरी प्रधान श्याम दास, भाकियू सिद्धूपुर के जिला प्रधान सुरजीत सिंह, किरती किसान यूनयिन के ब्लॉक संगरूर प्रधान सुखदेव सिंह उभावाल, पंजाब किसान यूनियन के बलवीर सिंह, कुल हिद किसान सभा पंजाब के राज्य नेता मेजर सिंह पुन्नावाल, कुल हिद किसान सभा अजय भवन के सुखपाल सिंह, कुल हिद किसान फैडरेशन के नेता हरमेल सिंह व किसान नेता अवतार सिंह बादशाहपुर आदि उपस्थित थे।
उधर, दिड़बा में भाकियू एकता उगराहां के ब्लॉक प्रधान दर्शन सिंह शादीहरी के नेतृत्व में लगे धरने दौरान छोटे बच्चों द्वारा केंद्र सरकार, कारपोरेट घरानों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस समय उनके साथ उनके परिजन भी शामिल हुए। आठवीं कक्षा की नवदीप कौर ने कहा कि वह शहीदों के वारिस हैं। उनके चलाए रास्ते पर चलकर जुलम की जड़ उखाड़ेंगे। इस मौके संत राम उदासी की कविता उठ किसान उठ गाकर संघर्ष को उत्साहित किया।
उधर, मालेरकोटला में पंप पर लगे मोर्चों के दौरान यूनियन के ब्लॉक खजांची कुलविदर सिंह व निर्मल सिंह ने कहा कि पंजाब के किसान व मजदूर बधाई के पात्र हैं। जो अपने काम छोड़कर लगातार मोर्चे में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके परमजीत सिंह, बलवीर कौर, निरंजन सिंह, जगतार सिंह, मेजर सिंह, नाहर सिंह, प्यारा सिंह, जरनैल सिंह, आदि उपस्थित थे।