चन्नी के मुख्यमंत्री बनने पर बांटे लड्डू
चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में दलित वेलफेयर संगठन पंजाब जिला मालेरकोटला द्वारा मुख्य सरप्रस्त पूनम कांगड़ा राज्य प्रधान दर्शन सिंह कांगड़ा व जिला प्रधान केवल सिंह बाठा की अगुवाई में शहर के सट्ठा चौंक में लड्डू बांटे।
संवाद सहयोगी, मालेरकोटला
चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में दलित वेलफेयर संगठन पंजाब जिला मालेरकोटला द्वारा मुख्य सरप्रस्त पूनम कांगड़ा, राज्य प्रधान दर्शन सिंह कांगड़ा व जिला प्रधान केवल सिंह बाठा की अगुवाई में शहर के सट्ठा चौंक में लड्डू बांटे। महिला विग की प्रधान मंजू हरकिरन व नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान सीमा कल्याण शामिल हुए। दर्शन कांगड़ा ने कहा कि चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से बाबा आंबेडकर साहिब के सपने पूरे करने का मौका मिलेगा। पूर्व जिला शिक्षा अफसर व दलित वेलफेयर संगठन मालेरकोटला के सलाहकार गुरदेव सिंह, सतनाम सिंह उप प्रधान, हरबंस सिंह, प्रिसिपल निर्मल सिंह, गुरदेव सिंह, भरपूर सिंह, रणजोध सिंह, अमनदीप सिंह, हरदीप कौर, रजत कल्याण, शशी कुमार आदि मौजूद थे। -------------------- चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने पर राजिदर राजा ने बांटे लड्डू
संवाद सूत्र, सुनाम (संगरूर)
चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में कांग्रेसी वर्करों ने जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन राजिदर सिंह राजा बीरकलां की अगुवाई में लड्डू बांटे। बीरकलां ने कांग्रेस प्रधान सोनियां गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित आला नेताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि मंत्रीमंडल में दो उप मुख्यमंत्री बनाकर सभी धर्मों के लोगों को नुमाइंदगी दी गई है। परमानंद कांसल, इंद्रजीत सिंह आदि मौजूद थे। ---------------------
चन्नी नहीं बचा सकते पार्टी की साख: मान संवाद सूत्र, सुनाम ऊधम सिंह वाला (संगरूर) : शिरोमणि अकाली दल के समिति सदस्य व पूर्व मंत्री बलदेव सिंह मान ने विधानसभा हलका सुनाम में 2022 के विधान सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक की। मान ने कहा कि साढ़े चार वर्ष के कार्याकाल में कांग्रेस ने एक भी काम ठीक से नहीं किया। कैप्टन अमरिदर सिंह मुख्य मंत्री होते कोठी से बाहर नहीं निकले, जिससे राज्य के हालात खराब हो गए हैं। कांग्रेस ने अपनी साख बचाने के लिए मुख्य मंत्री बदल दिया। कांग्रेस जो मर्जी कर ले, सूबे के लोग कांग्रेस को मुंह नहीं लगाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की खुशहाली के लिए अकाली दल ने ही डटकर फैसले लिए हैं। दिल्ली दरबार के फैसले पंजाब समर्थक नहीं हो सकते। पूर्व चेयरमैन विनरजीत सिंह गोलडी, प्रधान दर्शन सिंह खुरमी, जसवीर सिंह ढोट, प्रभशरन बब्बू, तरसेम गर्ग, सुरिदर गर्ग आदि उपस्थित थे।