मजदूरी के प्रस्ताव डालने वाली पंचायतों को सस्पेंड करें : छाजली
धान सीजन के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान मोर्चा को पिछाड़ने के लिए पंजाब की कुछ पंचायतों व धनाढ्य चौधरियों द्वारा किसान मजदूर एकता में फूट डालने की कोशिशें की जा रही हैं।
जागरण संवाददाता, संगरूर
धान सीजन के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान मोर्चा को पिछाड़ने के लिए पंजाब की कुछ पंचायतों व धनाढ्य चौधरियों द्वारा किसान मजदूर एकता में फूट डालने की कोशिशें की जा रही हैं। यह बात सीपीआइ (एमएल) लिबरेशन के प्रांतीय कमेटी सदस्य व मजदूर मुक्ति मोर्चा पंजाब के प्रांतीय उपप्रधान गोबिद सिंह छाजली ने कही।
उन्होंने कहा कि पंजाब की कुछ पंचायतों व धनाढ़्य वर्ग द्वारा मजदूरों को दिहाड़ी कम देने का प्रयास पास किया जा रहा है। पंचायतों द्वारा मजदूरों के खिलाफ डाले जा रहे प्रस्तावों की वीडियो व कापियां इंटरनेट मीडिया पर देखने को मिल रही हैं। मजदूर मुक्ति मोर्चा पंजाब ने इसकी सख्त निदा करते हुए कहा कि मजदूरों की दिहाड़ी तय करने का अधिकार किसी पंचायत या गांव धनाढ्य वर्ग को नहीं है। अगर ऐसे मत्ते पास किए जाएंगे इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। पंचायतें नशे के खिलाफ प्रस्ताव पास करें, ताकि नौजवानों को नशे से दूर किया जा सके। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि मजदूर खिलाफ डाले गए प्रस्ताव के मद्देनजर पंचायत व संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ बनती कार्रवाई की जाए। साथ ही पंचायत को सस्पेंड किया जाना चाहिए।