बरसात से फसल तबाह, किसानों ने की मुआवजे की मांग

नजदीकी गांव काकड़ा में बारिश की वजह से किसानों की फसलों का बुरी तरह से नुकसान हो गया है। बारिश इतनी तेज थी कि धान के पौधों पर पक्के दानों को झंझोड़ दिया। फसलें धरती पर बिछ गईं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 03:56 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 03:56 PM (IST)
बरसात से फसल तबाह, किसानों ने की मुआवजे की मांग
बरसात से फसल तबाह, किसानों ने की मुआवजे की मांग

संवाद सूत्र, भवानीगढ़ (संगरूर)

नजदीकी गांव काकड़ा में बारिश की वजह से किसानों की फसलों का बुरी तरह से नुकसान हो गया है। बारिश इतनी तेज थी कि धान के पौधों पर पक्के दानों को झंझोड़ दिया। फसलें धरती पर बिछ गईं।

किसान हरविदर सिंह ने बताया कि पहले नरमा और अब धान दोनों फसलों ने इस बार किसानों को धोखा दे दिया है। दो दिन पहले काटी गई धान की फसल मंडी में नमी की वजह से पड़ी हुई है। अब बारिश पड़ने से फसल सड़ने का खतरा बन गया है। दूसरी तरफ खेत में लगी फसल कटने को तैयार थी परन्तु नमी बढ़ने से तीन- चार दिन और इंतजार करना होगा।

नजदीकी खेतों के किसान जरनैल सिंह, गुरदीप सिंह, नायब सिंह आदि ने नरमे का बीज घटिया क्वालिटी का निकलने से किसानों को चूना लगा गया है। धान से कुछ उम्मीदें थीं, लेकिन कुदरत ने उस पर भी पानी फेर दिया है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि इस बार हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाए, ताकि किसान अपने पैरों पर दोबारा खड़ा हो सके।

------------------ बरसात के पानी में फंसे कार सवार

संवाद सूत्र, लहरागागा

शहर में रविवार को भारी बारिश हुई। रेलवे अंडरब्रिज में कई फीट तक पानी भरने से स्कूल बसों सहित चार पहिया वाहन फंस गए जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। बस में बैठी सवारियों को सीढ़ी लगाकर बाहर निकाला। पानी में फंसी कार के मालिक जसविदर सिंह ने बताया कि वह पटियाला से आ रहा था। कार में तीन महिलाएं व दो व्यक्ति मौजूद थे। उन्होंने पुल पार करने की कोशिश की तो पानी की गहराई मालूम न होने से कार बीच में जाकर फंस गई। स्थानीय लोगों ने उन्हें रस्से डालकर बाहर निकाला। अगर थोड़ी देर हो जाती तो जान भी जा सकती थी। शहर निवासी जगदेव सिंह, भुपिदंर सिंह, राजेश कुमार, दुकानदार हैपी गोयल आदि ने मांग की कि ब्रिज में जमा होते पानी का पक्के तौर पर हल किया जाए।

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