पंजाब में कोरोना का कहर, कैप्टन को सिद्धू की फिक्र: मान
पंजाब में कोरोना महामारी लगातार अपना कहर भरपा रही है जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को पंजाब की जनता की बजाए नवजोत सिंह सिद्धू क्या कह रहे हैं इसकी फिक्र है।
जागरण संवाददाता, संगरूर
पंजाब में कोरोना महामारी लगातार अपना कहर भरपा रही है, जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को पंजाब की जनता की बजाए नवजोत सिंह सिद्धू क्या कह रहे हैं, इसकी फिक्र है। पंजाब के अस्पतालों में पर्याप्त सेहत सुविधाएं न होने के कारण मरीज इलाज को भटक रहे हैं। मरीजों को आक्सीजन व बिस्तर नहीं मिल रहे। यह बातें सांसद भगवंत मान ने स्थानीय जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं।
मान ने जिले में कोरोना की स्थिति बाबत डीसी व एडीसी संगरूर से बैठक करके समीक्षा की। मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए पिछले एक वर्ष से कोई तैयारी नहीं की। आज पंजाब में कोरोना पूरे यौवन पर है और लोग हर दिन मौत के मुंह में जा रहे हैं। फरीदकोट के अस्पताल में वेंटिलेटर कबाड़ बन रहे हैं, जबकि सरकार या सेहत विभाग ने इन्हें ठीक करवाने व डाक्टरों व स्टाफ का प्रबंध करने में भी गंभीरता नहीं दिखाई।
संगरूर व बरनाला जिले की बात करें तो वेंटिलेटर की सुविधा व पर्याप्त स्टाफ की कमी के कारण यहां कोरोना से निपटने के पर्याप्त प्रबंध नहीं हैं, जिस कारण यहां से मरीजों को पटियाला रेफर कर दिया जाता है। संगरूर में पीजीआइ सेंटर की इमारत बनकर तैयार हो चुकी है, जिसके चलते पीजीआइ को कोविड मरीजों के इलाज के लिए तुरंत खोला जाना चाहिए तथा यहां पर डाक्टरों का प्रबंध करके तुरंत इलाज आरंभ किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपने स्तर पर अस्पतालों को उपकरण इत्यादि दे सकते हैं, लेकिन स्टाफ का प्रबंध करना तो सरकार की जिम्मेदारी है। एनएचएम के स्टाफ को सरकार नौकरी से निकालने का फरमान सुना चुकी है, जबकि आज के समय में कोरोना के मरीजों को पर्याप्त डाक्टर व सेहत स्टाफ की जरूरत है।