धान के कारण गिर रहा भूजल स्तर, अपनाएं अन्य फसलें: रोमाणा
नजदीकी गांव सिहाल की खेतीबाड़ी सहकारी सोसायटी में खेती सलाहकार सेवा केंद्र पीएयू कार्यालय संगरूर व केवीके खेड़ी द्वारा खेत दिवस मनाया गया।
संवाद सूत्र, दिड़बा (संगरूर)
नजदीकी गांव सिहाल की खेतीबाड़ी सहकारी सोसायटी में खेती सलाहकार सेवा केंद्र पीएयू कार्यालय संगरूर व केवीके खेड़ी द्वारा खेत दिवस मनाया गया। बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
किसानों को संबोधित करते केंद्र के प्रमुख डा. बूटा सिंह रोमाणा ने कहा कि पंजाब में लगातार धरती का पानी नीचे जा रहा है, जिसका मुख्य कारण धान है। धान की फसल दूसरी फसलों के मुकाबले अधिक पानी सोखती है। ऐसे में यदि समय रहते फसल का बदल न किया तो पंजाब रेगिस्तान बन जाएगा। उन्होंने किसानों को सीधी बिजाई सहित कम समय में पकने वाली फसलें गन्ना, दाल, सब्जी, तेलबीज पैदा करने की सलाह दी।
सहायक प्रोफेसर डा. गुरबीर कौर द्वारा कीटों की रोकथाम, डा. अशोक ने तत्वों की कमी व मिट्टी- पानी की जांच, डा. दमनप्रीत सिंह ने भलाई स्कीमों और डा. सुनील ने पराली के प्रबंधन संबंधी जानकारी दी। किसानों को सब्जी किटें व गेहूं की जैविक खाद के टीके, खेती साहित्य व मक्की की फाल आर्मी वोर्म की रोकथाम हेतु प्रदर्शनी लगाई गई। मौके पर खेतीबाड़ी सोसायटी के सचिव सतगुर सिंह, संदीप सिंह, खेमराज, रविदर सिंह, प्रगट सिंह आदि मौजूद थे।