सिविल सर्जन ने कुष्ठ रोगियों को बांटे जूते

कुष्ठ आश्रम संगरूर में सिविल सर्जन संगरूर डा. अंजना गुप्ता के नेतृत्व में पीड़ित रोगियों को विशेष एमसीआर जूते वितरित किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 04:53 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 04:53 PM (IST)
सिविल सर्जन ने कुष्ठ रोगियों को बांटे जूते
सिविल सर्जन ने कुष्ठ रोगियों को बांटे जूते

संवाद सूत्र, संगरूर

कुष्ठ आश्रम संगरूर में सिविल सर्जन संगरूर डा. अंजना गुप्ता के नेतृत्व में पीड़ित रोगियों को विशेष एमसीआर जूते वितरित किए गए। सिविल सर्जन डा. गुप्ता ने कहा कि कुष्ठ रोग पूरी तरह से इलाज योग्य है। इसका समूह सेहत केंद्रों में फ्री इलाज किया जाता है। उन्होंने समाज को अपील की कि कुष्ठ रोगियों से नफरत करने की बजाय उनका साथ देना चाहिए, ताकि वह इस भयंकर बीमारी को हराकर स्वस्थ होकर घर लौट सकें। ऐसे मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुष्ट रोग के इलाज का समय छह महीने से लेकर एक वर्ष तक का होता है। जिला लेपरोसी अफसर डा. अंजु सिगला ने बताया कि कुष्ठ रोग के मुख्य लक्षण चमड़ी पर ऐसे धब्बे जो पूरी तरह से सुन्न हो, छूने या तीखी चीज चुभोने पर दर्द का अहसास न हो, पसीना न आना, गर्म-ठंडे का अहसास न होना, चोट लगने पर दर्द न होना, खारिश, जलन न होना शामिल हैं। यदि इसका शुरुआत में इलाज शुरू किया जाए तो कुछ समय में रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है। सेहत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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