कृषि कानूनों को तुरंत रद करे केंद्र सरकार : गुरमेल
कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर स्थानीय रेलवे स्टेशन के बाहर पक्का धरना लगाए बैठे किसानों का संघर्ष 264वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, संगरूर
कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर स्थानीय रेलवे स्टेशन के बाहर पक्का धरना लगाए बैठे किसानों का संघर्ष 264वें दिन भी जारी रहा। इसमें बड़ी संख्या में किसान, नौजवान व बुजुर्ग शामिल हुए। किसान नेता गुरमेल सिंह व सरबजीत सिंह ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा सबसे पहले कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर मोदी सरकार को ज्ञापन सौंपा गया था। चेतावनी दी गई थी कि यदि किसानों की बात नहीं सुनी तो पंजाब में दो महीने रेल रोकी गई, लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं हुआ। उसके बाद किसान दिल्ली बार्डरों पर लगातार छह महीने से आंदोलन कर रहे हैं। उनकी बात सुनने की बजाय सरकार उन्हें देश विरोधी तत्व करार दे रही है, जिसे किसी कीमत पर नहीं सहा जाएगा। देश में महंगाई चरमसीमा पर है। पेट्रोल-डीजल सहित रसोई गैस व दूसरी जरूरी चीजों की कीमतें आसमान छू रही है। लोग आर्थिक तौर पर कमजोर हैं। ऐसे में उन्हें राहत देने की बजाय उन पर विभिन्न प्रकार के कानून लागू किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक खेती कानून रद नहीं होते संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर जरनैल सिंह, सुखविदंर सिंह, गुरनाम सिंह, जगदेव सिंह, गुरजीत सिंह आदि उपस्थित थे।