फर्जी आंकड़ों की उपलब्धि दिखाकर पंजाब में शिक्षा का किया बेड़ागरक

फर्जी आंकड़ों के रूप में उपलब्धियों को चुनावी स्टंट बनाकर शिक्षकों के साथ मुख्यमंत्री की वर्चुअल बैठक में अब शिक्षा सचिव ने तानाशाही का सहारा लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 04:38 PM (IST)
फर्जी आंकड़ों की उपलब्धि दिखाकर पंजाब में शिक्षा का किया बेड़ागरक
फर्जी आंकड़ों की उपलब्धि दिखाकर पंजाब में शिक्षा का किया बेड़ागरक

जागरण संवाददाता, संगरूर

फर्जी आंकड़ों के रूप में उपलब्धियों को चुनावी स्टंट बनाकर शिक्षकों के साथ मुख्यमंत्री की वर्चुअल बैठक में अब शिक्षा सचिव ने तानाशाही का सहारा लिया है। यह बात प्रतिनिधि शिक्षक संगठन डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट संगरूर पंजाब के जिलाध्यक्ष बलवीर चंद लोंगोवाल व सचिव हरभगवान गुरने ने कही।

उन्होंने कहा कि हर टिप्पणी करने के लिए लिखित आदेश जारी किए गए हैं। पंचायतों, शैक्षणिक संस्थानों, क्लबों की मदद लेने का भी निर्देश दिया गया है एवं विद्यार्थियों के अभिभावक शिक्षा विभाग के पेज को लाइक करें। जिला नेता गुरमेल बख्शिवाला, सुखदेव, यदविदर, अमरिदर धूरी, जगदेव वर्मा, सुखजिदर संगरूर, गुरप्रीत बब्बी अमृतपाल, गुरमीत सेखुवास, परमिदर व सतनाम उभावल, जसवीर ने कहा कि शिक्षा सचिव अपने माध्यम से रीड पंजाब प्रोजेक्ट राज्य भर के सरकारी स्कूल शिक्षकों के फर्जी आंकड़ों को लाइक व शेयर कर सरकार की उपलब्धि दिखाने पर उतारू है। 800 मध्य विद्यालयों को बंद कर दिया गया है, हजारों को आनलाइन तबादलों के बहाने खामोश कर दिया गया है। कई शिक्षा विरोधी निर्णय जैसे पदों की समाप्ति, कंप्यूटर व व्यावसायिक शिक्षकों को शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के रूप में मान्यता न देना, निजीकरण नीतियों के तहत पूर्ण वेतनमान पर शिक्षकों की गैर-नियमित भर्ती, आनलाइन शिक्षा के नाम पर छात्रों के भविष्य से छेड़छाड़ को उपलब्धियों का नाम दिया जा रहा है। उन्होंने एलान किया कि संघर्ष करके फर्जी आंकड़ों के रूप में उपलब्धियों की हकीकत का खुलासा किया जाएगा।

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