बैरिकेड लांघकर शिक्षामंत्री की कोठी तक पहुंचे बेरोजगार, नारेबाजी की

बेरोजगार सांझा मोर्चा के सदस्यों का रविवार को एक बार फिर रोष सरकार पर जमकर फूटा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:00 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 06:00 PM (IST)
बैरिकेड लांघकर शिक्षामंत्री की कोठी तक पहुंचे बेरोजगार, नारेबाजी की
बैरिकेड लांघकर शिक्षामंत्री की कोठी तक पहुंचे बेरोजगार, नारेबाजी की

संवाद सहयोगी, संगरूर

बेरोजगार सांझा मोर्चा के सदस्यों का रविवार को एक बार फिर रोष सरकार पर जमकर फूटा। बेरोजगारों ने पुलिस द्वारा शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला की कोठी के बाहर लगाए गए बैरिकेड को हटा दिया व मंत्री की कोठी तक पहुंचे। करीब चार घंटे तक कोठी का घेराव किया गया। बेरोजगार आर्ट एंड क्राफ्ट यूनियन पंजाब, बेरोजगार पीटीआइ 646 अध्यापक यूनियन, आल पंजाब 873 बेरोजगार डीपीआइ अध्यापक, टीईटी पास बेरोजगार बीएड अध्यापक यूनियन, मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर बेरोजगार यूनियन के सदस्यों द्वारा गठित सांझे मोर्चे के सैकड़ों सदस्यों ने पहले से ही ऐलान किए फैसले के मुताबिक कैबिनेट मंत्री की कोठी का घेराव किया। प्रशासन द्वारा डीएसपी सतपाल शर्मा, थाना प्रभारी गुरबीर सिंह की अगुआई में पुलिस बल बेरोजगारों को रोकने के लिए तैनात किया गया। पुलिस द्वारा दो जगह बैरिकेड लगाए गए।

बेरोजगारों ने मुख्य सड़क पर लगाए गए बैरिकेडों को लांघा और मंत्री की कोठी के पास लगे बैरिकेड तक पहुंचकर धरना लगाया। बेरोजगार सांझा मोर्चा के सदस्य 31 दिसंबर से शिक्षामंत्री की कोठी के समक्ष रोजगार की मांग को लेकर पक्का मोर्चा लगाए हुए हैं। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार केके मित्तल ने बेरोजगारों को भरोसा दिया कि उनकी मांगों संबंधी नौ मार्च को शिक्षामंत्री से पैनल बैठक करवा दी जाएगी, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा घेराव समाप्त कर दिया गया। ---------------------

बेरोजगारों के संघर्ष को दबाने की साजिश रच रही है सरकार

बेरोजगार सांझा मोर्चा के प्रांतीय कार्यकर्ता सुखविदर सिंह ढिलवां, कृष्ण कुमार नाभा, सुखदेव सिंह जलालाबाद व हरजिदर सिंह झुनीर ने कहा कि सरकार बेरोजगारों के संघर्ष को दबाने के लिए साजिश रच रही है। सरकार अध्यापकों के पदों को समाप्त कर रही है। बेरोजगारों से स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को छुपाने हेतु साजिश रची जा रही है। अगर किसी अध्यापक के कोर्स के दौरान सामाजिक शिक्षा व इंग्लिश विषय का कंबीनेशन होता है तो एक विषय के अध्यापक से बाकी के विषय भी पढ़वाए जा रहे हैं जो सरासर धक्का है। प्रांत के शिक्षा सचिव उनकी बात सुनने को ही तैयार नहीं है। अगर नौ मार्च की पैनल बैठक में उनकी रोजगार की मांग संबंधी कोई हल नहीं किया गया तो 21 मार्च को फिर से बड़ी संख्या में बेरोजगारों द्वारा धरना के साथ प्रदर्शन किया जाएगा। 6 व 7 मार्च को सभी हलकों के मंत्रियों को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

इस मौके पर जगजीत सिंह बरनाला, बलकार सिंह, गगनदीप कौर, युद्धजीत सिंह, तजिदर सिंह, गुरदीप सिंह मानसा, निर्मल सिंह,सुरिदरपाल सिंह सोनी, नवकिरण पत्ती, स्वर्णजीत सिंह, रघवीर सिंह भवानीगढ, तलविदर सिंह मान, मिट्ठू सिंह, दलबारा सिंह, जगतार सिंह दानगढ, गोबिद सिंह छाजली, जगजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।

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