कोरोना से बचाव के लिए ध्यान देने की जरूरत : एसडीएम

जेएनएन सुनाम ऊधम सिंह वाला संगरूर कोविड-19 को लेकर लोगों को सजग रहने की जरूरत है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 02:56 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 05:16 PM (IST)
कोरोना से बचाव के लिए ध्यान देने की जरूरत : एसडीएम
कोरोना से बचाव के लिए ध्यान देने की जरूरत : एसडीएम

जेएनएन, सुनाम ऊधम सिंह वाला, संगरूर : एसडीएम मनजीत कौर ने कहा है कि कोविड-19 को लकर सरकार व जिला प्रशासन की तरफ से जारी होने वाली हिदायतों पर लोगों ने काफी हद तक अमल कर प्रशासन को पूर्ण सहयोग दिया है। परंतु सब-डिविजन सुनाम में अब तक कोरोना के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है। सब-डिविजन में पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना पीड़ित केस चिता का विषय हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर किसी भी व्यक्ति को कोरोना के लक्षण नजर आते हैं तो वह अपने घरों में बैठने की बजाय तुरंत सिवल अस्पताल के साथ संपर्क करें। ताकि समय पर जांच हो सके। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोरोना संक्रमित लोगों को रखने के लिए तीन स्तर बनाये गए हैं। जिसमें एल-1, एल-2 व एल-3 शामिल हैं जोकि एल-1 सेंटर घाबदा में है। जहां कोरोना से प्रभावित कम लक्षणों वाले व्यक्तियों को रखा जाता है। एल-1 अधीन ही कोरोना पीड़ित गर्भवती महिलाओं को रखा जाता है। एल-2 सेंटर मालेरकोटला व संगरूर में स्थापित किया गया है। उसमें थोड़े ज्यादा प्रभावित व्यक्तियों को रखा जाता है। जबकि एल-3 राजिंद्र अस्पताल व पीजीआइ चंडीगढ़ में स्थापित किए गए हैं। जिससे काफी ज्यादा गंभीर केसों को रखा जाता है। परंतु कुछ लोग राजिंद्रा अस्पताल या पीजीआइ में जाने से घबराते हैं। इससे घबराने की बजाय समय पर अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत है।

उन्होंने बताया कि सिविल अस्पताल सुनाम में अब तक 1385 व्यक्तियों की सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें से 91 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसमें से भी 50 व्यक्ति ठीक होकर घर जा चुके हैं। कुछ दिन पहले एसडीएम दफ्तर का कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो गया था। जिसके बाद सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की भी जांच की गई। जिसमें वह खुद भी शामिल हैं, जिस दौरान तहसीलदार सुनाम भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। परंतु वह भी 17 दिनों तक एकांतवास में रहने के बाद ड्यूटी पर आ चुके हैं। जिनमें एकांतवास समय दौरान कोरोना का कोई भी लक्षण सामने नहीं आया।

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के प्रभाव रहने तक प्रत्येक व्यक्ति मास्क को अपने जीवन का हिस्सा बनाये, सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखी जाए। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से गुरेज किया जाए। किसी जरूरी कार्य के लिए ही अपने घर से बाहर निकला जाए। उन्होंने आगामी दिनों में मनाये जाने वाले गुग्गा माडी मेला न बनाए जाए संबंधी जानकारी दी थी। लोग अपने घरों से ही श्रद्धापूर्वक नतमस्तक होकर सुख-शांति की कामना करें।

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