शिक्षामंत्री की कोठी समक्ष आंगनबाड़ी मुलाजिमों के धरने को हुआ एक माह पूरा
आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन द्वारा आइसीडीएस स्कीम बचाओ बचपन बचाओ के तहत की मारपीट।
जागरण संवाददाता, संगरूर :
आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन द्वारा आइसीडीएस स्कीम बचाओ, बचपन बचाओ मुहिम के तहत शिक्षामंत्री की कोठी के समक्ष आरंभ किया गया पक्का धरना शुक्रवार को एक माह पूरा हो गया। शुक्रवार को ब्लाक समराला जिला लुधियाना की आंगनबाडी वर्कर व मुलाजिमों ने धरने में शिरकत की तथा पंजाब सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाकर रोष व्यक्त किया। परमजीत कौर खटड़ा व भिदर कौर गोसल प्रांतीय उपप्रधान ने कहा कि एक माह का समय बीत जाने के बाद भी शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिगला ने उनकी एक बार भी सार नहीं ली। आंगनबाड़ी मुलाजिमों का रोष दिनों दिन बढ़ रहा है। घर-घर रोजगार का वादा करने व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा लेने वाली सरकार के कार्यकाल में आज महिलाएं सड़कों पर बैठकर धरने लगाने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर लंबे समय से तीन वर्षों से लेकर छह वर्ष के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्रों में यकीनी बनाने की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री की कोठी समक्ष पक्का धरना लगाए हुए हैं, लेकिन उनकी मांगों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा नीति में ईसीसीई पालिसी जो लगातार वर्षो से आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिए दी जा रही थी। उसकी पालिसी में कहीं कोई जिक्र नहीं है, जिससे देश की लाखों आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों के रोजगार खत्म होने का डर बन गया है। उन्होंने मांग की कि आंगनबाड़ी वर्कर के 600 रुपये, मिनी वर्कर के 500 रुपये व हेल्पर के 300 रुपये बकाया सहित लागू किए जाएं, आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों से एक्स्ट्रा काम लेना बंद किया जाए, आंगनबाड़ी केंद्रों बकाया किराया तुरंत दिया जाए, तीन से छह वर्ष के बच्चों का दाखिला आंगनबाड़ी केंद्रों में यकीनी बनाया जाए, वर्करों हेल्परों की खाली पड़ी पोस्टें तुरंत भरी जाएं। इस मौके हरदीप कौर, बलविदर कौर, नीलो, सुरिदर कौर, शाम कौर, सतिदर कौर, सरबजीत कौर संगरूर आदि उपस्थित थे।