विदेशी दुल्हनों से आहट लोगों की मदद करेगी साका
जिला संगरूर के आइलेट्स कोचिग सेंटरों की बनाई गई जत्थेबंदी साका (संगरूर अबराड कंस्लटैंटस एसोसिएशन) ने फैसला किया है कि विदेशों में विवाह व अन्य मामलों में हुई ठगी के शिकार व्यक्तियों की मदद की जाएगी।
जागरण संवाददाता, संगरूर
जिला संगरूर के आइलेट्स कोचिग सेंटरों की बनाई गई जत्थेबंदी 'साका (संगरूर अबराड कंस्लटैंटस एसोसिएशन) ने फैसला किया है कि विदेशों में विवाह व अन्य मामलों में हुई ठगी के शिकार व्यक्तियों की मदद की जाएगी।
साका के अध्यक्ष अमित अलीशेर ने पत्रकारों को बताया कि पिछले कुछ दिनों से कई दुखदायी मामले सामने आए हैं कि विवाह करवाने के बाद लड़की विदेश में जाकर ससुराल परिवार से संपर्क तोड़ लेती है। ऐसे धोखे में आकर कई नौजवानों ने आत्महत्या तक कर ली है। संस्था ने फैसला किया है ऐसी ठगी का शिकार हुए व्यक्तियों को निश्शुल्क कानूनी सहायता मुहैया करवाई जाएगी। वह मदद भले ही भारत में हो या बाहरी देशों में। इसके अलावा ''साका द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जाएगा कि वह ऐसे केसों में न फंसे, क्योंकि इस तरह के फर्जी विवाह को कनाडा, आस्ट्रेलिया में कोई मान्यता नहीं। उन्होंने यह भी बताया कि माता पिता को भी इस बात का पता होना चाहिए कि विवाह करवा कर विदेश गए लड़के या लड़की की तब तक (पीआर) नहीं हो सकती, जब तक उन्हें भारत द्वारा एनओसी नहीं मिल जाती। इस कारण इन बातों को भी समझने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि फर्जी विवाहों का एक बड़ा कारण अनाधिकारित सेंटर भी हैं जो घरों में बैठकर चलाए जा रहे हैं और वह पैसों को ठगने के लिए भोले भाले लोगों को ऐसे विवाहों में उलझा देते है। सेठी इंटरनेशनल से पंकज सेठी, सुखविदर सिंह तहिदिल, अभय ग्रेवाल, गैरी सिंह, साहिल, सिमरन, यादविदर निर्माण, सचिन, अंकित रसतोगी, नितिन अलीशेर, सर्व प्रिया अत्री, रणजीत सिंह, वरिदर सिंह, जसप्रीत सिंह, गगनदीप, हरमनप्रीत सिंह, जगराज सोही, रणजीत सिंह, लखवीर सिंह आदि साका सदस्य उपस्थित थे।