योग अपनाया, कोरोना से बचाया..कोरोना से साए से भी दूर रहे ये धुरंधर

योग। कहने को एक क्रिया है लेकिन यह हर प्रकार की बीमारी से निजात दिलाने में सक्ष्म है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 03:21 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 03:21 PM (IST)
योग अपनाया, कोरोना से बचाया..कोरोना से साए से भी दूर रहे ये धुरंधर
योग अपनाया, कोरोना से बचाया..कोरोना से साए से भी दूर रहे ये धुरंधर

मनदीप कुमार, संगरूर

योग। कहने को एक क्रिया है, लेकिन यह हर प्रकार की बीमारी से निजात दिलाने में सक्षम है। कोरोना महामारी के दौरान दुनिया भर में लोगों की मौत हुई है। करोड़ों लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं। आक्सीजन की कमी के कारण भी रोजाना लोगों की मौत होती रही है। लेकिन योग ऐसी क्रिया है, जिससे न केवल रोजाना योग करने वालों ने खुद को कोरोना महामारी से बचाकर रखा, बल्कि अन्य लोगों को भी योग क्रिया अपनाने का संदेश दिया।

संगरूर के योग गुरु पवन कुमार खुद भी कोरोना जैसे नामुराद बीमारी से दूर रहे, बल्कि उनके समूह के 60 सदस्य भी योग व कोरोना के प्रति सावधानियों को अपनाकर कोरोना की बीमारी से बचे रहे। महामारी के दौरान बेशक योग कक्षाएं बंद हो गई थीं, लेकिन इन्होंने अपने घरों में रहकर योग को जारी रखा।

पिछले 20 वर्ष से योग कर रहे 67 वर्षीय योग गुरु पवन कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस से सबसे अधिक नुकसान फेफड़ों को पड़ता है। सांस लेने में तकलीफ होने के बाद श्वास तंत्र ठप हो जाता है, जिससे मरीज की मौत हो जाती है। यदि योग के जरिये फेफड़ों को मजबूत बनाएं, श्वास तंत्र को सही रखा जाए तो कोरोना महामारी से न केवल बचा जा सकता है, बल्कि कोरोना से लड़ा भी जा सकता है।

वह कैप्टन कर्म सिंह नगर में पिछले कई वर्षों से योग कक्षा लगा रहे हैं। यहां 50 से 60 सदस्य रोजाना योग क्रिया में भाग लेते हैं। कोरोना के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिग, जूम एप सहित अन्य माध्यम से सभी सदस्य एक-दूसरे के संपर्क में रहे व कोरोना से मुक्त रहे।

ग्रुप के सदस्य मोहन सिंह, रमेश कुमार, संजीव कुमार ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए ऐसे आसन करना बेहद जरूरी है, जिसकी बदौलत फेफड़े व श्वास तंत्र ठीक रहे। वह कोरोना से बचाव के लिए सूर्य नमस्कार, मर्क आसन, पर्याणायम, योम-विलोम सहित अन्य आसन अधिक करते रहे हैं, जिससे फेफड़ों में शुद्ध हवा के साथ आक्सीजन जाती है और आक्सीजन का स्तर कम नहीं होता। साथ ही श्वास तंत्र मजबूर हो जाता है।

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हमने जारी रखा योग, सावधानियां भी बरती

योग शिक्षिका नीलम रानी, किरणा रानी, नीना कंडा, रशपाल कुमार, प्रदीप कुमार, गोपाल सिगला ने कहा कि महामारी में भी उन्होंने योग क्रियाएं जारी रखी। बेशक कक्षा लगाने नहीं जाते थे, लेकिन घर पर ही रहकर योग करते रहे। रोजाना दो घंटे का समय वह योग के लिए लगाते हैं। इसमें सैर को भी शामिल किया गया। योग की मदद से वह पूरी तरह से तंदुरुस्त रहे। योग से इम्युनिटी पावर बढ़ती है व शरीर में आक्सीजन का स्तर बढ़ता है, जो कोरोना को मात देने में काफी कारगर है।

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