योग को अपनाया, 80 की उम्र में भी 20 साल जैसी स्वस्थ काया
दशकों से योग साधना से लोगों को जोड़े रखकर उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में योगदान दे रहे योग साधना आश्रम शहीद भगत सिंह नगर नंगल के संचालक स्वामी जोगिदर पाल ने कहा कि योग में इतनी ताकत है कि इससे जुड़ा रहने वाला हर प्राणी पूरी तरह से स्वस्थ बना रह सकता है।
सुभाष शर्मा, नंगल: दशकों से योग साधना से लोगों को जोड़े रखकर उन्हें स्वस्थ बनाए रखने में योगदान दे रहे योग साधना आश्रम शहीद भगत सिंह नगर नंगल के संचालक स्वामी जोगिदर पाल ने कहा कि योग में इतनी ताकत है कि इससे जुड़ा रहने वाला हर प्राणी पूरी तरह से स्वस्थ बना रह सकता है। पाल ने कहा कि वर्तमान में 80 साल की उम्र में भी वह 20 साल के युवाओं जैसे स्वस्थ हैं।उन्होंने कहा कि स्वामी राम प्यारा जी के योग्य मार्गदर्शन में पंजाब के अलावा विभिन्न प्रांतों में लंबे समय से लोगों को योग साधना से जोड़कर कई चमत्कारी परिणाम मिले हैं। इस बार तो कोरोना महामारी के दौरान योग साधना ने तो इस तरह से अपना असर दिखाया है कि यहां नंगल आश्रम में निरंतर योग साधना के लिए आने वाले साधकों में से कोई भी कोरोना संक्रमण की चपेट में न आकर पूरी तरह से सुरक्षित रहा है। महामारी के दौरान साधक जब साधना के लिए आश्रम नहीं आ पाए, तो उन्होंने घरों में बैठकर ही योग अभ्यास की अवधि को तीन घंटे तक बढ़ाकर साधना को जारी रखा। यही वजह है कि सभी अपनी जरूरी रोग प्रतिरोधक क्षमता बने रहने के कारण स्वस्थ हैं। 80 वर्ष की आयु की लंबी पारी पार कर चुके स्वामी जोगिदर पिछले 40 साल से योग साधना से जुड़े रहकर लोगों को योग की नीति जैसी जटिल क्रिया का अभ्यास भी करवा रहे हैं। उन्होंने बताया की योग साधना करने वाले सभी पूरी तरह से स्वस्थ है। नेति करने से कोरोना संक्रमण मनुष्य के नजदीक भी नहीं फटक सकता, क्योंकि नीति से नासिका व गले के आसपास के सभी अंग पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो जाते हैं।
स्वामी जोगिदर का मानना है कि योग साधना में एक नहीं नेति जैसी अनेकों क्रियाएं हैं, जिनके निरंतर अभ्यास से मानव शरीर विभिन्न जटिल बीमारियों से दूर रह सकता है। यह भी देखा गया है कि विगत में योग के मार्ग पर चलने वाले लोग कई जटिल बीमारियों से निजात पा चुके हैं। जो बीमारियां मेडिकल साइंस ठीक नहीं कर पाई, उन्हें योग साधना ने ठीक कर दिखाया है। कई लोग बीमारियों से निजात पाकर आज सुखी जीवन व्यतीत कर रहे हैं। कोरोना भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सका। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना को मात देने के लिए योग साधना से लोगों को जोड़ने के लिए जारी प्रयासों में तेजी लाई जाए।