विश्व ओआरएस दिवस पर लोगों को किया जागरूक
डायरिया एवं दस्त बीमारी को रोकने के उद्देश्य से जिलेभर में विश्व ओआरएस दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर: डायरिया एवं दस्त बीमारी को रोकने के उद्देश्य से जिलेभर में विश्व ओआरएस दिवस मनाया गया।
इस मौके सिविल सर्जन डा. परमिदर कुमार ने कहा कि हर साल इस दिन विश्व भर में ओआरएस दिवस मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य डायरिया होने की सूरत में आम लोगों को ओआरएस के महत्व के बारे जागरूक करना है, ताकि डायरिया कारण बच्चों की होने वाली मौत दर को कम किया जा सके। उन्होंने बताया कि विश्व भर में पांच वर्ष से कम आयु में बच्चों की होने वाली मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण डायरिया ही है। ओआरएस घोल, जोकि नमक व चीनी का सही मात्रा में तरल मिश्रण है, विशेषज्ञों की सलाह अनुसार पिलाए जाने से बच्चों को डायरिया से मुक्त किया जा सकता है । इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए बच्चों के माता-पिता व अभिभावकों को इस घोल को तैयार करने की सही विधि का ज्ञान होना जरूरी है। इस बारे में आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला के सभी अस्पतालों के साथ स्वास्थ्य केंद्रों में ओआरएस कार्नर बनाए गए हैं। हर कार्नर पर लोगों को जरूरत के अनुसार जिक की गोलियां व ओआरएस के पैकेट भी मुफ्त बांटे गए हैं। इस मौके बच्चों की बीमारियों के विशेषज्ञ डा. गुरप्रीत कौर ने समझाया कि ओआरएस घोल बनाने के लिए साफ बर्तन लेकर उसमें एक लीटर साफ पानी को उबालते हुए उसके थोड़ा ठंडा होने पर उसने ओआरएस का एक पैकेट घोल लेना चाहिए, जिसे डायरिया से पीड़ित बच्चे को थोड़ी थोड़ी देर बाद पिलाते रहना चाहिए। इस दौरान जिला बीसीसी कोआर्डिनेटर सुखजीत कंबोज सहित एलएचवी बलबीर कौर भी मौजूद थीं।