भाखड़ा नहर का जलस्तर गिरा, शहर में पेयजल की किल्लत
शहर के लोग घरों में पीने के पानी की सप्लाई को बेहद सजगता से इस्तेमाल करें क्योंकि इन दिनों भाखड़ा नहर का जलस्तर गिरा हुआ है और मेन वाटर वर्क्स तक पीने के पानी की सप्लाई दिन में चार बार तो रात में दो से तीन बार बाधित हो रही है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: शहर के लोग घरों में पीने के पानी की सप्लाई को बेहद सजगता से इस्तेमाल करें, क्योंकि इन दिनों भाखड़ा नहर का जलस्तर गिरा हुआ है और मेन वाटर वर्क्स तक पीने के पानी की सप्लाई दिन में चार बार, तो रात में दो से तीन बार बाधित हो रही है। इन दिनों पहले बांध में आगे चार से पांच फीट तक पानी का स्तर गिरता था, लेकिन इस बार पानी का स्तर 10 फीट तक गिर गया है। पानी की सप्लाई को सुचारू करने के लिए नगर कौंसिल की वाटर वर्क्स ब्रांच को दिन रात एक करना पड़ रहा है। पिछले एक हफ्ते से यही हाल है कि साइफन पानी छोड़ देता है। रूपनगर मेन वाटर वर्क्स के इंचार्ज गुरपाल सिंह भरा ने कहा कि गेहूं की कटाई के सीजन में हर साल भाखड़ा नहर में पानी का स्तर गिरता है। इस बार दिन में चार बार और रात में दो से तीन बार साइफन पानी छोड़ रहा है। कम से कम एक घंटा साइफन को दोबारा चालू करने में लगता है। ऐसे में मेन वाटर वर्क्स में पानी की सप्लाई और पानी ट्रीट करने की प्रक्रिया लेट हो जाती है। शहर में सुचारू ढंग से पानी की सप्लाई नहीं दी जा रही। पानी की सप्लाई में कट लगना मजबूरी है। वहीं
नगर कौंसिल के ईओ भजन चंद ने कहा कि भाखड़ा नहर की रिपेयर का काम चल रहा है और इन दिनों गेहूं की कटाई का समय होने के कारण पानी की डिमांड कम हो जाती है। शहरवासियों को पानी का इस्तेमाल संयम से करना चाहिए। अगर कहीं पानी की किल्लत आती है, तो उससे समय पर निपटा जाता है।