राहत के पुल को जल्द मुकम्मल करने के लिए स्पीकर ने दिया एक दिसंबर का टारगेट
राहत का पुल जल्द बनकर तैयार हो जाए इस मकसद से पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने बरारी गांव में बन रहे पुल के चल रहे निर्माण का जायजा लिया है। 4.85 करोड़ की लागत से बन रहे पुल के पास पहुंचे स्पीकर ने कांट्रेक्टर से जानकारी हासिल करते हुए यह पूछा कि इस समय पुल का क्या स्टेट्स है व यह पुल कब तक जनता को समर्पित किया जा सकेगा।
सुभाष शर्मा, नंगल
राहत का पुल जल्द बनकर तैयार हो जाए, इस मकसद से पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने बरारी गांव में बन रहे पुल के चल रहे निर्माण का जायजा लिया है। 4.85 करोड़ की लागत से बन रहे पुल के पास पहुंचे स्पीकर ने कांट्रेक्टर से जानकारी हासिल करते हुए यह पूछा कि इस समय पुल का क्या स्टेट्स है व यह पुल कब तक जनता को समर्पित किया जा सकेगा। निर्माण कर रहे कांट्रेक्टर के कर्मचारियों ने बताया कि फाउंडेशन पिल्लर का काम अंतिम चरण पर पहुंच चुका है। इसके बाद मात्र छह महीने के अंदर ही पुल बनकर तैयार हो जाएगा।
स्पीकर राणा केपी सिंह ने मौके पर यह भी कहा कि चल रहे काम की गति संतोषजनक नहीं है। इसलिए गति को तेज किया जाना चाहिए ताकि जल्द पुल इलाका वासियों को समर्पित किया जा सके। उन्होंने पुल का लोकार्पण जल्द करने के मद्देनजर कांट्रैक्टर को एक दिसंबर तक का टारगेट देते हुए कहा कि पुल बनाने का मकसद दर्जनों गांवों को रेलवे के बार-बार लगने वाले फाटकों की वजह से होने वाली परेशानी से निजात दिलाना है। इस मौके पर नगर कौंसिल के प्रधान संजय साहनी, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन राकेश नैयर, वरिष्ठ उप प्रधान अनीता शर्मा, ईओ मनजिदर सिंह, म्युनिसिपल इंजीनियर युद्धवीर सिंह ,रविदर दीवान, पार्षद इंदु बाला, वीना ऐरी , सुनील शर्मा, टोनी सहगल, बलविदर बाली आदि भी मौजूद थे। इलाके के लिए वरदान साबित होगा बरारी का पुल
बरारी गांव में बन रहा पुल इलाके के लिए वरदान साबित होगा क्योंकि लोगों को बंद होने वाले रेलवे के फाटकों में पहुंचने की बजाय सीधे पुल से होकर नंगल डैम व शहर की तरफ आसानी से पहुंच सकेंगे। अब तक दशकों से अपने जरूरी कार्यों के लिए फाटक बंद होने के समय परेशानी झेलते आ रहे हैं। स्पीपकर राणा केपी सिंह के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने अपने सर्व पक्षीय विकास के एजेंडे के तहत ही इस पुल का निर्माण शुरू करवाया है। रेलवे स्टेशन के पिछली तरफ से होकर नंगल डैम व शहर की तरफ जाने वाले लोगों के लिए यह एक ऐसा सरल व शार्टकट रास्ता होगा जिससे समय की बर्बादी तथा पेट्रोल इंधन के खर्चे को रोककर लोगों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत की जा सकेगी। हिमाचल की ओर आने- जाने वाले वाहन भी इस मार्ग को विकल्प के तौर पर प्रयोग कर सकेंगे।