तीन तारा होटल मिला नहीं, पिकासिया भी हाथ से गया
जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के दावे तो बहुत किए जाते रहे हैं लेकिन पहले से स्थित जिन स्थलों को देख पर्यटक रूपनगर की तरफ आकर्षित हुआ करते थे उनका अस्तित्व खत्म होता जा रहा है।
अरुण कुमार पुरी, रूपनगर: जिले को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के दावे तो बहुत किए जाते रहे हैं, लेकिन पहले से स्थित जिन स्थलों को देख पर्यटक रूपनगर की तरफ आकर्षित हुआ करते थे, उनका अस्तित्व खत्म होता जा रहा है। अब रूपनगर जिले के रहने वाले एवं चमकौर साहिब हलके के विधायक चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद पर्यटन प्रोजेक्टों के दोबारा अस्तित्व में आने की लोगों को उम्मीद है। रूपनगर हेडवर्क्स की झील के पास स्थित पंजाब टूरिजम विभाग के पिकासिया टूरिस्ट कांप्लेक्स का अस्तित्व खत्म हो चुका है । उल्लेखनीय है कि लगभग 13 साल पहले तत्कालीन बादल सरकार ने तीन तारा होटल बनाने का सपना दिखाते हुए रूपनगर के पिकासिया व बोट क्लब को तुड़वा दिया था। इसके बाद यहां तीन तारा होटल बनाने के लिए एलकैमिस्ट नामक कंपनी के साथ करार किया गया, लेकिन वह करार भी टूट गया। बोट क्लब 1972 से 77 तक मुख्यमंत्री रहे एवं पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय ज्ञानी जेल सिंह की देन थी, जिसे वर्ष 2009 में बादल सरकार ने गिरा दिया था। नौ वर्ष पहले अंबिका सोनी ने हेडवर्क्स झील के साथ वाले क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का वादा किया था, लेकिन हुआ कुछ नहीं। इसके बाद भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू जब कैप्टन सरकार में पर्यटन मंत्री थे, तो उन्होंने भी इस कांप्लेक्स को दोबारा अस्तित्व में लाने का वादा किया था, लेकिन स्थिति जस की तस रही। अब एक बार फिर से इन पर्यटन स्थलों के दोबारा अस्तित्व में आने तथा काफी लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद जगी है, क्योंकि जिला रूपनगर के रहने वाले चरणजीत सिंह चन्नी राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके हैं। देखना यह है कि बड़े बड़े दम भरने वाले चन्नी पर्यटकों की उम्मीदों पर कितना खरा उतरते हैं।