चार माह से बंद पड़े टोल प्लाजा को शुरू करवाए प्रदेश सरकार
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसान लंबे समय से धरना लगाकर बैठे हुए हैं।
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब: कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसान लंबे समय से धरना लगाकर बैठे हुए हैं। इसी के तहत पंजाब में भी सभी टोल प्लाजा पर किसान संगठन करीब पिछले चार माह से धरना लगाकर बैठे हुए हैं, जिसकी वजह से टोल प्लाजा प्रबंधकों को रोजाना 50 से 60 लाख रुपये का नुक्सान हो रहा है। इन टोल प्लाजा के बंद होने का सीधा असर कंपनी मुलाजिमों पर पड़ रहा है। रोहन राजदीप कंपनी के पूरे पंजाब में नौ टोल प्लाजा है, जिनके मैनेजरों की कीरतपुर साहिब में एक बैठक हुई। इसमें पंजाब सरकार से टोल को दोबारा शुरू करवाने की मांग की गई।
बैठक में सभी ने कहा कि हम किसानों के साथ हैं, मगर किसानों को चाहिए कि वह धरना किसी और जगह पर लगाएं, जिससे हमारी रोजी-रोटी पर आंच न आए। टोल प्लाजा कंपनी के मैनेजरों ने बताया कि हमारी कंपनी रोहन राजदीप के पूरे पंजाब में नो टोल प्लाजा है, जोकि पिछले चार माह से किसानी संघर्ष की वजह से बंद है। इनके बंद होने से तीन हजार मुलाजिम प्रभावित हो रहे हैं। हालांकि कंपनी इन्हें किसी न किसी तरीके से वेतन दे रही है, मगर किसानों का धरना ऐसे ही चलता रहा, तो उन्हें वेतन देना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए सरकारजल्द से जल्द टोल प्लाजा को शुरू करवाए। अगर टोल प्लाजा शुरू हो जाते हैं, तो पूरे पंजाब में हमारे जितने कर्मचारी हैं, हम एक-एक दिन की सैलरी किसानी संघर्ष में देंगे। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि किसी और जगह धरना दें, जिससे टोल प्लाजा शुरू किए जा सकें।