बंदूक की नोक पर ज्वेलर परिवार को बंधक बनाकर सात लाख व ढाई किलो सोना लूटा
शहर के नामचीन सपना ज्वेलर्स दुकान के मालिक के घर रविवार रात जबरन घुसकर लूटपाट करने का मामला सामने आया है।
संवाद सूत्र, कीरतपुर साहिब: शहर के नामचीन सपना ज्वेलर्स दुकान के मालिक के घर रविवार रात जबरन घुसकर लूटपाट करने का मामला सामने आया है। पीड़ित अंकित के अनुसार उसके पिता और माता वृंदावन दर्शन हेतु शहर से बाहर गए हुए थे। उनके कर्मचारियों ने उन्हें सूचना दी की कुछ संदिग्ध लोग उनकी दुकान और घर के आसपास घूम रहे हैं, जोकि सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। इसके बाद उसने पिता सुखनंदन लाल सोनी की सलाह से अपने तीन कर्मचारियों को घर पर बुला लिया था। रात 8:30 बजे जैसे ही उसने कर्मचारियों के लिए दरवाजा खोला, तो चार बंदूकधारी कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर रखकर घर में घुस गए। अंकित की कनपटी पर बंदूक रखकर गहने और कैश की मांग करने लगे। गहने और कैश देते समय हुई बीच बचाव की कोशिश में फायर कर लुटेरे चाकू से अंकित पर हमला कर फरार हो गए। गोली की आवाज और शोर सुनकर लोगों की भीड़ ने एक लुटेरे को दबोच लिया। इस दौरान उसकी अचानक मौत हो गई। अंकित की पत्नी ने बताया कि पूरे परिवार को लुटेरों ने बंधक बना लिया था। उधर घायल अंकित को इलाज के लिए पहले सिविल अस्पताल कीरतपुर पहुंचाया गया, जहां से उसे पीजीआइ भेजा रेफर कर दिया गया। गया।सपना ज्वेलर्स के मालिक सुखनंदन लाल ने बताया मौका ए वारदात के समय वह वृंदावन से वापस आ रहे थे। रास्ते में उन्हें घटना की सूचना मिली। लुटेरे घर से सात लाख रुपये कैश और ढाई किलो सोना साथ में ले गए। वहीं एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि मौके से मिले सुबूतों में एक लुटेरे का आधार कार्ड बरामद किया गया है। लुटेरे की मौत कैसे हुई, यह सब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा। ईडी अफसर बताकर घर में घुसे थे लुटेरे जागरण संवाददाता, रूपनगर: कीरतपुर साहिब के सपना ज्वेलर्स के घर लुटेरे ये कहकर घुसे थे कि वो ईडी के अफसर हैं। लुटेरे हथियारबंद तो थे ही, लेकिन उन्होंने घर में रखी लाइसेंस रिवाल्वर भी अपने कब्जे में ले ली। जब अंकित सोनी ने मौका मिलने पर अपनी रिवाल्वर छीनने का प्रयास किया, तो एक गोली चल गई और एक लुटेरे ने उसकी जांघ में तेजधार हथियार से वार किया। सोनी ने बताया कि घर के साथ उनकी दुकान अटैच है। हथियारबंद लुटेरे घर में घुसे और 15 मिनट में नकदी और जेवरात चुरा कर भाग गए। उन्होंने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, तो एक लुटेरे का पांव दरवाजे में फंस गया और वह वहीं गिर गया। तीन लुटेरे भागने में सफल हो गए । जो लुटेरा वहां पर गिरा था, उसकी अचानक मौत हो गई। लुटेरे परिवार को बंधक बनाने के लिए स्सी, मुंह बंद करने के लिए टेप, बेहोश करने के लिए स्प्रे, दस्ताने व अन्य लूट करने का सामान लेकर आए थे। मृतक लुटेरे की जेब से आधार कार्ड मिला है, जिस पर अमित शर्मा दिल्ली का पता है। लुटेरे सेंट्रो कार में आए थे। चार व्यक्ति लूट के लिए अंदर घुसे, जबकि उनका एक साथी कार में सवार था।