हिमाचल में आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार कर रही जनता की बार्डर पर बढ़ी परेशानी

समीपवर्ती हिमाचल के बार्डर क्षेत्र पर लोगों को क‌र्फ्यू की वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 12:03 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 12:03 AM (IST)
हिमाचल में आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार कर रही जनता की बार्डर पर बढ़ी परेशानी
हिमाचल में आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार कर रही जनता की बार्डर पर बढ़ी परेशानी

जागरण संवाददाता, नंगल : समीपवर्ती हिमाचल के बार्डर क्षेत्र पर लोगों को क‌र्फ्यू की वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है। इन दिक्कतों पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला ऊना काग्रेस कमेटी के सचिव सतीश जोशी ने कहा कि हिमाचल की जयराम भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल हो रही है। भाजपा के मुख्यमंत्री व मंत्री हवाओं में बातें करते झूठी लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। ऊना जिला में पिछले दो सप्ताह से आरटी व पीसीआर रिपोर्ट नहीं आ रही है। इन रिपोर्टो की देरी को लेकर जिला वासियों में कई प्रकार की आशका बनी हुई है, क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट एक घटे के भीतर आ जानी चाहिए पर प्रदेश की सरकार जनता के साथ इस प्रकार हास्याप्रद कर रही है कि मरीज का कोरोना के लिए टेस्ट स्वास्थ्य विभाग ने लिया नहीं होता और दो घंटे पहले ही मोबाइल फोन पर संदेश आ जाता है कि आपका सैंपल उक्त डाक्टर ने ले लिया है जिसको जाच के लिए टाडा मेडिकल कालेज में भेजा गया है। संदेश आने के चार घंटे के बाद सैंपल तो विभाग ले लेता है, परंतु दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट लोगों को नहीं मिल रही है जिससे लोगों को बहुत सी दिक्कतें आ रही हैं जिनको आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर बार्डर क्रास करना है उनके लिए यह असुविधा व भारी परेशानी का विषय बना हुआ है।

सतीश जोशी ने कहा कि बहुत से मजदूर आरटीपीसीआर रिपोर्ट न मिलने के कारण बेरोजगार हो गए हैं और उद्योगों के बाहर बैठे अपनी रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इन उद्योगो के मालिकों का कहना है कि इन मजदूरों में कोरोना जैसे लक्षण की जानकारी उन्हें मिली है जिसके लिए इन्हें आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाने के लिए कहा गया है। काग्रेस सचिव ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि हिमाचल प्रदेश में रोजाना 4000 से भी अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं परंतु प्रदेश की एकमात्र टाडा मेडिकल सेंटर में 150 सैंपल एक दिन हो पा रहे हैं। जिला प्रशासन ले जनहित में फैसले

जोशी ने कहा कि पंजाब सीमा से सटे हिमाचल के मैहतपुर, अजौली सहित सेहजोवाल वार्डर पर लगे बैरियर पर 72 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट की प्राथमिकता जरूरी कर दी है। जब रिपोर्ट ही दो हफ्ते से नहीं आ रही है तो 72 घंटे वाली रिपोर्ट जनता कहा से दिखाए। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार व प्रशासन हर फैसला गलत ले रही है। जनता और विपक्ष को ना तो विश्वास में लिया जा रहा है और ना ही उनकी समस्याओं को देखा जा रहा है। आधे लाकडाऊन क‌र्फ्यू का फायदा क्या है। आज तो हार्डवेयर वाले दूध बेच रहे हैं और हलवाइयों से दूध बेचने का लाइसेंस मागा जा रहा है। ऊना जिले में प्रशासन को जिलेभर में व्यापारियों व विपक्ष के नेताओं के साथ बैठ कर सामूहिक जनहित फैसले लेने चाहिए जिससे जिला में कोरोना की चेन टूट सके। इस मौके पर ब्लाक युवा काग्रेस के प्रधान प्रदीप भारद्वाज व महासचिव प्रदीप कुमार विक्का भी उपस्थित थे।

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