फंड रुकने से पंचायतों के विकास कार्य ठप

ब्लाक रूपनगर के विभिन्न गांवों में जारी विकास कार्यों के ठप होने के साथ सरपंचों को लंबे समय से मानदेय की अदायगी न होने के कारण उनमें रोष है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 03:36 PM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 03:36 PM (IST)
फंड रुकने से पंचायतों के विकास कार्य ठप
फंड रुकने से पंचायतों के विकास कार्य ठप

संवाद सहयोगी, रूपनगर: ब्लाक रूपनगर के विभिन्न गांवों में जारी विकास कार्यों के ठप होने के साथ सरपंचों को लंबे समय से मानदेय की अदायगी न होने के कारण उनमें रोष है। इस संबंधी विभिन्न गांवों के सरपंचों ने जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को मांगपत्र भेज समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है।

सरकार को भेजे गए मांगपत्र में स्पष्ट किया गया है कि 14वें तथा 15 वें वित्त कमीशन से हासिल हुई ग्रांट से गांवों में विकास कार्य शुरू करवाए गए थे, लेकिन पिछले एक माह से पंचायत विभाग के सारे कर्मचारियों का अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर होने के कारण न तो लेबर को कोई अदायगी की गई है तथा न ही विकास कार्यों के लिए खरीदे गए सामान का भुगतान हुआ है। पैसा न मिलने के कारण मजदूरों ने काम करना बंद कर दिया है और दुकानदारों ने भी मटीरियल की सप्लाई बंद कर दी है। इसके अलावा सरपंचों को पंचायतों के काम करवाने के लिए बार बार अपने खर्चे पर पंचायती विभाग के दफ्तर में आना पड़ता है, लेकिन पिछले कई माह से सरपंचों को मिलने वाला मानदेय अदा नहीं किया गया। नई पंचायतों का गठन हुए ढाई वर्ष का समय बीत चुका है, लेकिन सरपंचों को मानदेय मात्र ढाई माह की ही अदा किया गया है । मांगपत्र में सरकार से मांग की गई है कि पंचायती विभाग के कर्मचारियों की मांगों को जल्द मंजूर किया जाए, ताकि उनकी हड़ताल खत्म हो सके। हड़ताल समाप्त होने के बाद रुका भुगतान जहां रिलीज करवाया जाए, वहीं सरपंचों को सारा मानदेय भी जारी किया जाए। अगर अगले 10 दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो सारे पंच व सरपंच सामूहिक रूप से इस्तीफा देने को मजबूर हो जाएंगे।

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