मांगों की अनदेखी पर आज से हड़ताल पर जाएंगे सफाई कर्मचारी
देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रभाव अपनी चरम सीमा पर है वहीं एनएचएम कर्मचारियों के बाद फ्रंट लाइन में काम करने वाले सफाई कर्मचारी उनकी मांगों की अनदेखी पर कैप्टन सरकार से परेशान हैं।
जागरण टीम, रूपनगर, कीरतपुर साहिब : देशभर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रभाव अपनी चरम सीमा पर है, वहीं एनएचएम कर्मचारियों के बाद फ्रंट लाइन में काम करने वाले सफाई कर्मचारी उनकी मांगों की अनदेखी पर कैप्टन सरकार से परेशान हैं। इसके विरोध में उन्होंने आज से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। नगर पंचायत कीरतपुर साहिब में सफाई सेवक यूनियन के अध्यक्ष जसवीर सिंह जस्सा ने बताया के सफाई सेवक यूनियन ने आज से हड़ताल करने का फैसला किया है। इस दौरान शहर की साफ-सफाई बंद कर दी जाएगी, क्योंकि पंजाब सरकार ने उनके साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया है। फ्रंट लाइन पर काम करने के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा। उनको समय रहते वेतन नहीं मिल रहा है। उनकी मांगों में ठेकेदारी प्रथा को बंद करने सहित सभी सफाई सेवकों को पक्का करना प्रमुख है। इसके अलावा बराबर काम का बराबर वेतन देने सहित कई और मांगे हैं, जो अब तक पूरी नहीं की गई हैं। इसके चलते मजबूरन उन्हें हड़ताल करनी पड़ रही है। इस दौरान उनके साथ अमनदीप सिंह, संजीव कुमार अनुराग विनय कुमार, करण कुमार, गुलशन कुमार, इंद्र सिंह, संगीता देवी, कुलविदर सिंह, मनिदर सिंह व नरिदर सिंह भी उपस्थित थे। किसान आंदोलन को बदनाम करने पर तुली केंद्र सरकार : चडूनी संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: संयुक्त किसान मोर्च के सदस्य गुरनाम सिंह चडूनी ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली के बार्डर पर लगाए गए मोर्चे को केंद्र किसी भी ढंग से खत्म करने में लगी हुई है। वहां बार्डर पर एक लड़की से हुए दुष्कर्म के जारी जारी वाडियो से यह मामला छेड़छाड़ का लगता है। अबियाना में कियान सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर मामला दुष्कर्म का था, तो उसके घर वालों को मामला पुलिस स्टेशन में उठाना चाहिए था। अब घर वालों पर सियासी दबाव बनाकर मोर्चे को केंद्र सरकार बदनाम करने पर लगी हुई है। पंजाब के पूर्व अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका के बार्डर पर अकाली दल के लगंर लगाने पर उन्होंने कहा कि सभी बार्डर पर लंगर गुरुद्वारा साहिब से आता है। किसी भी पार्टी का कोई लंगर बार्डर पर नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान मोर्चे का आगामी आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने संबंधी कोई विचार नहीं है। सरकार द्वारा कोरोना के चलते रैलियों पर रोक संबंधी उन्होंने कहा कि कोरोना एसी में बैठने वालों को हो रहा है, मेहनती लोगों को नहीं। सरकार कोरोना के नाम पर लोगों को डरा रही है और उनके काम को छीन रही है।