उपदेशों का कर्म रूप से पालन कर पाएं प्रभु की कृपा
करीबी गांव डूकली के बाबा बालक रूपी मंदिर में शुक्रवार को भावगत कथा सप्ताह के धार्मिक कार्यक्रम में प्राणी मात्र का अध्यात्मिक मार्गदर्शन किया गया।
जागरण संवाददाता, नंगल: करीबी गांव डूकली के बाबा बालक रूपी मंदिर में शुक्रवार को भावगत कथा सप्ताह के धार्मिक कार्यक्रम में प्राणी मात्र का अध्यात्मिक मार्गदर्शन किया गया। मंदिर के संचालक स्वामी हिम्मता दास जी महाराज की अध्यक्षता में कल तक चलने वाले कार्यक्रम में भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए आचार्य विदोषी दीदी वृंदावन वालों ने कहा कि हम जीवन में साधु संतो के सानिध्य में अध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त करके जीवन को विकारों से दूर रखकर प्रभु की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं। सभी को जीवन में अच्छे कार्य करते हुए जरूरतमंदों की सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए। जिन पर प्रभु की अपार कृपा होती है, उनके जीवन में कभी समृद्धि की कमी नहीं रहती। उन्होंने बताया कि श्रीकथा की प्रेरणाओं व उपदेशों का प्रभाव चमत्कारी है। जो प्राणी उपदेशों पर चलता है, नि:संदेह उस पर प्रभु की अपार कृपा बनी रहती है। उपदेशों का कर्म रूप से पालन करने से ही प्रभु की कृपा प्राप्त की जा सकती है। स्वामी हिम्मता दास ने कहा कि समाज में जरूरतमंदों की सेवा ही प्रभु की सच्ची भक्ति है। परमात्मा कण-कण में विद्यमान हैं। सभी को जीवन में हर कार्य प्रभु को सम्मुख मानकर करना चाहिए, क्योंकि भगवान की नजर प्राणी के हर कार्य पर रहती है। ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिससे दूसरों को हानि पहुंचे। समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने में सभी को योगदान देना चाहिए। योगाचार्य आरएस राणा ने सभी से स्वच्छता बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छता व योग साधना से हम समाज को समृद्ध व रोगमुक्त बना सकते हैं। योग क्रियाओं के असर बारे विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि एक नहीं कई ऐसी योग क्रियाएं हैं जो मनुष्य के शरीर में दिव्य शक्तियों का संचार करती हैं। इस दौरान समाज सेवक विजय धीर, किरन धीर, सोढी राणा, रोशन लाल, किरन धीर, नीलम ठाकुर, ऊषा देवी, सुदेश रानी, बलदेव वर्मा, परस राम, अमरजीत सिंह, रोहित, अर्जुन सिंह, जंग बहादुर व सुरेश शास्त्री आदि ने भी पूजा में शामिल होकर प्रभु का गुणगान करके लोक कल्याण की कामना की।