पंजाब रोडवेज के टाइम टेबलों में बर्दाश्त नहीं होगा ट्रांसपोर्ट माफिया का हस्तक्षेप
पंजाब रोडवेज पनबस पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन आदि संगठनों ने शनिवार को प्रांतीय संघर्ष कमेटी के आह्वान पर राज्य भर के डिपुओं में गेट रैलियां की हैं। संघर्ष की जानकारी देते हुए कमेटी के महासचिव सुखराज सिंह तथा अमरजीत भट्टी ने बताया कि पंजाब भर के 27 डिपुओं में रोष प्रदर्शन करके सरकार से मांग उठाई है कि जल्द कर्मचारियों के जायज मसलों को हल किया जाए।
जागरण संवाददाता, नंगल : पंजाब रोडवेज पनबस, पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन आदि संगठनों ने शनिवार को प्रांतीय संघर्ष कमेटी के आह्वान पर राज्य भर के डिपुओं में गेट रैलियां की हैं। संघर्ष की जानकारी देते हुए कमेटी के महासचिव सुखराज सिंह तथा अमरजीत भट्टी ने बताया कि पंजाब भर के 27 डिपुओं में रोष प्रदर्शन करके सरकार से मांग उठाई है कि जल्द कर्मचारियों के जायज मसलों को हल किया जाए। उन्होंने कहा कि पनबस व पीआरटीसी कर्मचारियों ने 23 नवंबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल का नोटिस पंजाब सरकार व मैनेजमेंट को दिया था जिसके चलते ट्रांसपोर्ट मंत्री के साथ 22 नवंबर को बैठक हुई थी। बैठक के बाद यह सहमति बनी थी कि सरकार कैबिनेट की मीटिग में ही मांगों को हल करेगी। अब जो नए टाइम टेबल ट्रांसपोर्ट मंत्री की ओर से बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है, उसमें ट्रांसपोर्ट माफिया कथित तौर पर बाधा पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि यूनियन की मांगों के अनुसार पनबस तथा पीआरटीसी के 60-40 के अनुपात मुताबिक टाइम टेबल बनाकर चलाई जा रही बसों में यदि किसी ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो संघर्ष शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनियन किसी भी समय अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकती है जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार तथा ट्रांसपोर्ट विभाग प्रबंधन की होगी। रोष प्रदर्शन में अमरजीत बैंस, लखबीर सिंह, हरपाल सिंह, महेंद्र सिंह, बलविदर सिंह, मंगल सिंह, पवन कुमार, मनप्रीत सिंह, मनजीत सिंह, सुखविदर कुमार, दीपक कुमार, अमनदीप गौतम, गुरपाल सिंह आदि ने भी रोष प्रदर्शन करते हुए सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। कहा गया कि पंजाब की सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले यह ऐलान किया था कि पहली कैबिनेट की बैठक में ठेके पर काम कर रहे मुलाजिमों को पक्का कर दिया जाएगा, लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं हो सका है जो कर्मचारियों के साथ सरासर धोखा है।