महा मृत्युंजय महायज्ञ से प्रसन्न होते हैं महादेव

विश्व कल्याण व समाज की समृद्धि के लिए आयोजित महा मृत्युंजय महायज्ञ के धार्मिक कार्यक्रम के 12वें दिन वीरवार को भी भक्तजनों ने ऊषा मंदिर में आहुतियां डालकर लोक कल्याण के लिए कामना की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:47 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 04:47 PM (IST)
महा मृत्युंजय महायज्ञ से प्रसन्न होते हैं महादेव
महा मृत्युंजय महायज्ञ से प्रसन्न होते हैं महादेव

जागरण संवाददाता, नंगल: विश्व कल्याण व समाज की समृद्धि के लिए आयोजित महा मृत्युंजय महायज्ञ के धार्मिक कार्यक्रम के 12वें दिन वीरवार को भी भक्तजनों ने ऊषा मंदिर में आहुतियां डालकर लोक कल्याण के लिए कामना की। इस दौरान स्वामी साधवा नंद महाराज ने रोज की तरह भक्तों का मार्गदर्शन करते हुए महायज्ञ का महत्व बताया। उन्होंने बताया कि महामृत्युंजय मंत्र भोले बाबा का प्रिय मंत्र हैं। इस मंत्र के उच्चारण से अकाल मृत्यु, असाध्य रोग तथा ग्रहों के चलते पैदा होने वाली अन्य समस्याओं के प्रकोप से भी मुक्ति मिल जाती है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी तक लगातार चलने वाले इस महायज्ञ में उन्होंने बताया कि यदि नियम अनुसार इस मंत्र का जाप किया जाए तो भोले बाबा भक्तों पर अपार कृपा करते हैं। सावन में इस मंत्र का जप करने से मंत्र का प्रभाव कई गुना अधिक बढ़ जाता है। यह मंत्र भगवान शंकर का सबसे बड़ा मंत्र माना जाता है लेकिन इस मंत्र के उच्चारण में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मंदिर में यज्ञ के लिए आने वाले भक्तों को यह भी प्रेरणा दी जा रही है कि सभी अपने जीवन में सच्चे मन तथा समर्पण के साथ मानव जीवन की सेवा करते रहें, सही मायनों में तभी भोले बाबा की कृपा प्राप्त हो सकेगी। कार्यक्रम में मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि जीत राम शर्मा, पंडित सुमित शर्मा आदि सहित अन्य भक्तजनों ने भी भगवान शंकर के नाम की जय जयकार करते हुए जीवन में सत्य मार्ग पर चलते रहने की वचनबद्धता दोहराई। कार्यक्रम में रविद्र सोनी, विकास शर्मा, राजेंद्र कुमार जैरथ, धर्म पाल, कांता देवी, संतोष शर्मा, भजन कौर आदि ने भी हवन यज्ञ में भाग लेकर पूजा अर्चना की।

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