अनुसूचित जाति के श्रमिकों के उत्थान को जागरूकता शिविर जरूरी

भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के अधीन संचालित दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड की ओर से करीबी कस्बे संतोषगढ़ में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 06:10 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 06:10 PM (IST)
अनुसूचित जाति के श्रमिकों के उत्थान को जागरूकता शिविर जरूरी
अनुसूचित जाति के श्रमिकों के उत्थान को जागरूकता शिविर जरूरी

जागरण संवाददाता, नंगल: भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के अधीन संचालित दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय श्रमिक शिक्षा एवं विकास बोर्ड की ओर से करीबी कस्बे संतोषगढ़ में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित श्रमिकों को जागरूक करने के लिए आयोजित दो दिवसीय शिविर में वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी जगदीप सिंह की अध्यक्षता में लोगों को बताया गया कि श्रमिक किस तरह से भारत सरकार की ओर से तैयार की गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। शिविर का उद्घाटन संतोषगढ़ कस्बे की प्रधान निर्मला देवी की ओर से किया गया। श्रमिकों को पेश आ रही समस्याओं के समाधान के बारे विस्तार से अवगत करवाते हुए यह कहा गया कि सभी कर्तव्यनिष्ठ श्रमिक मेहनतकश बनने के साथ-साथ जागरूक भी बनें, तभी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

शिविर में प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति, अटल पेंशन योजना, धन योजना, सुकन्या समृद्धि बचत योजना, मनरेगा, सूचना का अधिकार आदि पर वक्ताओं ने विस्तार से चर्चा की। बाबू जगजीवन राम समता आंदोलन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. केआर आर्य ने कहा कि ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन से ही हम कामगार वर्ग तथा अनुसूचित जाति से संबंधित श्रमिकों को जागरुक करके उनका उत्थान कर सकते हैं। विगत में भी उनके संस्थान ने पूर्व लोकसभा स्पीकर एवं समता आंदोलन की अध्यक्षा मीरा कुमार के माध्यम से दबे कुचले वर्ग के साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के लिए अनेकों प्रयास किए हैं। भारत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करने के लिए प्रभावी कार्य किया गया है। आगे भी जमीनी स्तर पर लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए उनका संस्थान सेवाएं प्रदान कर रहा है। कार्यक्रम के आयोजन को सराहनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे शिविरों को सफल बनाने के लिए उनका संस्थान अपना सहयोग जारी रखेगा। राष्ट्रीय इंटक के सचिव कामरेड जगत राम शर्मा, करनैल सिंह, दलजीत सिंह ,बलराम, अश्विनी कुमार, ऊना के श्रम निरीक्षक अश्विनी कुमार, आकाश भारद्वाज, केआर सेठी, किरण कुमारी आदि ने विचार व्यक्त किये। शिविर में भाग लेने वाले 80 श्रमिक महिलाओं को ढाई सो रुपये प्रति श्रमिक के हिसाब से दो दिन की 500 रुपये की राशि श्रमिकों के बैंक खातों में जमा करवाकर उन्हें योजनाओं के संबंध में जागरूक बनने के लिए प्रेरित किया गया।

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