देरी से आया रेलवे सर्विस इंजन, बंद फाटक से एनएच पर लगा जाम
शहर में नंगल डैम के ऊपर से गुजरते राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर ट्रैफिक जाम के कारण सोमवार को भी लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
सुभाष शर्मा, नंगल: शहर में नंगल डैम के ऊपर से गुजरते राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर ट्रैफिक जाम के कारण सोमवार को भी लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। दोपहर करीब एक बजे रेलवे सर्विस इंजन के देरी से आने की वजह से डैम पर जाम लग गया, जो तीन बजे जाकर सामान्य हो सका। इंजन के आने के कारण फाटक को बंद किया गया था। बता दें कि शहर को आपस में जोड़ने के लिए केवल नंगल डैम का पुल ही काम करता है। इसके अलावा कोई भी विकल्प मार्ग नहीं है। दूर प्रांतों पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली आदि की ओर जाने वाले वाहन भी इस पुल के ऊपर से होकर ही गुजरते हैं। लंबे समय से जारी जाम की समस्या में रोज पुल के ऊपर से गुजरने वाली रेहड़ियां भी मुख्य कारण हैं। लगभग डेढ़ सौ रेहडि़यां नंगल से नया नंगल की तरफ रोजाना आती- जाती हैं। ऐसे में सैकड़ों वाहन जाम में फंस जाते हैं। ट्रैफिक जाम की विकट समस्या के बावजूद बांध के ऊपर से गुजरते मार्ग के मध्य सफेद पटिट्यां लगाने जैसे इंतजाम करना तो दूर, गड्ढों तक को भी भरा नहीं जा रहा है। ऐसे में रेलवे के फाटक खुलने के बाद गड्ढों के कारण वाहनों के रेंगकर चलने से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो रही है। बांध के आसपास बड़ी सड़कों के रख-रखाव की जिम्मेदारी एक नहीं करीब पांच संस्थानों की है, जिनका आपस में सामंजस्य न होने के कारण नंगल इलाके के हजारों लोग रोज जाम की परेशानी से जूझ रहे हैं। जाम के कारण ही जहां लोगों का समय व धन बर्बाद हो रहा है, वहीं 103 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुके पेट्रोल व महंगे डीजल जैसे ईंधन की बर्बादी भी बरकरार है, क्योंकि जाम में फंसने के कारण लंबे समय तक वाहन सामान्य गति में न चलकर रेंग कर चलते हैं। जाम के कारण ही विगत में कई हादसे हो चुके हैं। जरूरी इंतजाम करने की उठाई मांग एनजीओ ग्रीन अर्थ संस्था के प्रधान प्रवीन कुमार, परवेज अंसारी, जगजीत सिंह जग्गी ने जिला प्रशासन से मांग की कि नंगल डैम के आसपास ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए अनदेखी न की जाए। जल्द बांध से गुजरते मार्ग की हालत को ठीक करने के साथ ही वहां सड़क के मध्य सफेद पट्टियां लगाई जाएं। इनके अलावा इंजी. सुनील शर्मा ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि बांध के ऊपर से रोजाना गुजरने वाली 100 से अधिक रेहड़ियों का समय तय किया जाए, ताकि इनके इनकी वजह से जाम की स्थिति न पैदा हो ।