बिजली सप्लाई न मिलने से सूखने लगी धान की फसल
चमकौर साहिब क्षेत्र में मोटरों के लिए बिजली की सप्लाई न होने के कारण धान की फसल बर्बाद हो रही
संवाद सूत्र, चमकौर साहिब : चमकौर साहिब क्षेत्र में मोटरों के लिए बिजली की सप्लाई न होने के कारण धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है। यहां तक कि कुछ किसान बिजली के खराब सप्लाई के कारण रोपे गए धान की फसल जोतने को तैयार बैठे हैं। भले ही पिछले दिनों बिजली के कटों से इलाके के किसानों द्वारा बड़े स्तर पर यहां के पुल पर करीब चार घंटे धरना लगाया था और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा धरने वाली जगह पर पहुंचकर बिजली सप्लाई रोजाना आठ घंटे देने की भरोसा दिलाया था। पर एक दो दिन सप्लाई ठीक रहने के बाद फिर हालात बुरे हो चुके हैं। आज हालात यह हैं कि किसान को धान की लगवाई के लिए दिन में 2 से 4 घंटे ही बिजली की सप्लाई मिल रही है। वह भी किश्तों में, जो पानी धान में छोड़ा जाता है वह भी पूरा पानी न मिलने कारण की साथ ही सूख जाता है। भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) के जिला प्रधान चरन सिंह मुंडिया, ब्लाक प्रधान हरिदर सिंह काका जटाना, भारतीय किसान यूनियन (सिद्धूपुर) के जिला सरपरस्त प्रगट सिंह रोलूमाजरा, महासचिव गुरमीत सिंह भोजेमाजरा, ब्लाक प्रधान अमरजीत सिंह भोजेमाजरा, किसान नेता गुरदीप सिंह राजी भक्कूमाजरा ने बताया कि उनके द्वारा किसानों की शिकायत पर गांवों के किए दौरा दौरान देखा कि पानी न मिलने कारण धान की फसल की लगवाई गई पनीरी सूख चुकी है और खेत की जमीन में पड़ीं तरेड़ियों किसानों की त्रासदी को बयान कर रही हैं। गांव खेड़ी सलाबतपुर के पूर्व चेयरमैन परमजीत सिंह, पूर्व सरपंच हाकम सिंह, गुरिदरपाल सिंह, भैरोमाजरा के किसान बलविदर सिंह, सतपाल सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को सड़कों पर धरने लगाने को मजबूर न करे और किए वादे मुताबिक आठ घंटे बिजली की सप्लाई निरंतर छोड़ी जाए। किसान नेता धरमिदर सिंह भूरड़े ने कहा कि ऐसे हालातों में किसान अपने धान और कराह फेरने को मजबूर हो रहे हैं।