कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी बनेंगे आक्सीजन कंसरट्रेटर
कोराना काल के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए नई तरकीब निकाल ली है।
अजय अग्निहोत्री, रूपनगर: कोराना काल के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग ने आक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए नई तरकीब निकाल ली है। स्वास्थ्य विभाग हवा में से आक्सीजन एकत्र करने वाले आक्सीजन कंसरट्रेटर का सदुपयोग करने की योजना पर काम कर रहा है। जिले में 28 आक्सीजन कंसरट्रेटर हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त आक्सीजन सिलेंडर रोजाना मुहैया हो रहे हैं। आक्सीजन कंसरट्रेटर पांच लीटर तक आक्सीजन बनाता है। ये उन मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो सकता है, जिन्हें कुछ समय के लिए आक्सीजन की जरूरत है। जिले में इस समय ऐसे कुल 28 उपकरण हैं, जोकि एक दिन में 140 लीटर आक्सीजन बना सकते हैं। वहीं रूपनगर सिविल अस्पताल में बने कोविड वार्ड में रोजाना 50 से 60 आक्सीजन के सिलेंडर आ रहे हैं, जबकि वार्ड में कोरोना के 60 के आसपास मरीज हैं। इनमें से 35 को आक्सीजन दी जा रही है। कोविड वार्ड में एक मरीज को 15 लीटर तक आक्सीजन दी जा रही है। सिविल सर्जन डा.दविदर कुमार ढांडा ने कहा कि रूपनगर में बने कोविड वार्ड के लिए श्री आनंदपुर साहिब अस्पताल से 20 सिलेंडर मंगवाए जाएंगे। रूपनगर कोविड वार्ड के पास 50 सिलेंडर हैं और 50 और सिलेंडरों की डिमांड है। वार्ड इंचार्ज ने उच्चाधिकारियों से अतिरिक्त सिलेंडरों की डिमांड की है। ये डिमांड प्रदेश के अधिकारियों के पास डिमांड भेजी है। आनंदपुर साहिब से सिलेंडर मिलने पर आक्सीजन की कमी कुछ हद तक पूरी हो जाएगी। नंगल में भी कोविड वार्ड चालू कर दिया गया है। वहां आक्सीजन कंसरट्रेटर पर्याप्त मात्रा में मुहैया करवाए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में श्री आनंदपुर साहिब में कोविड वार्ड शुरू करने की योजना है। अगर कोरोना के मामलों में कमी आती है, तो बेहतर है, लेकिन साथ ही विकल्प के तौर पर अतिरिक्त बेड की तैयारी की जा रही है।
डा.दविदर कुमार ढांडा, सिविल सर्जन, रूपनगर।