डीसी सोनाली गिरी के आगे रो पड़ा नौकरी से निकाला नर्सिग स्टाफ
पंजाब में कैप्टन सरकार के जाने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार आने पर सबसे बड़ा खामियाजा पिछले दो साल से लगातार जोखिम भरी ड्यूटी दे रहे कोरोना योद्धाओं को नौकरी से हाथ धोकर चुकाना पड़ रहा है।
फतेह चंद, मोरिडा: पंजाब में कैप्टन सरकार के जाने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार आने पर सबसे बड़ा खामियाजा पिछले दो साल से लगातार जोखिम भरी ड्यूटी दे रहे कोरोना योद्धाओं को नौकरी से हाथ धोकर चुकाना पड़ रहा है। मोरिडा में चरणजीत सिंह चन्नी की कोठी को जाने वाली सड़क के बाहर धरना लगाकर बैठी आउटसोर्स स्टाफ नर्सों ने कहा कि उन्हें 30 सितंबर को नौकरी से फारिग करने के नोटिस दे दिए गए हैं। जबकि उन्होंने कोरोना में जान की परवाह किए अपनी ड्यूटी दी है। चरणजीत सिंह चन्नी की हिदायत पर प्रदर्शनकारी स्टाफ नर्सों की बात सुनने के लिए डीसी सोनाली गिरी धरना स्थल पर गई। इस दौरान स्टाफ नर्सों की एक प्रतिनिधि फूट फूटकर रोने लगी। सृष्टि और प्रीत ने कहा कि डीसी सोनाली गिरी को कहा गया है कि वह सरकार तक उनकी बात पहुंचाएं कि या तो आउटसोर्सिंग बिलकुल बंद कर स्थायी भर्ती की जाए। अगर सरकार ऐसा नहीं हो सकता, तो सभी विभागों में आउटसोर्सिंग के जरिये ही भर्ती की प्रक्रिया अपनाई जाए। इस पर डीसी सोनाली गिरी ने उनकी बात का सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इस दौरान रजिदरा अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ ने भी नारेबाजी भी की। पंजाब सुबार्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन के प्रांतीय प्रधान दर्शन सिंह ने कहा कि स्टाफ नर्सों को फारिग करने के आदेशों को तुरंत वापस लिया जाए। इस मौके पर प्रधान सुखदेव सिंह सुरतारपुरी, गगनदीप कौर की अगुवाई में गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब से लेकर मोरिडा के बाजार में रोष रैली भी निकाली गई, जिसमें संदीप कौर, चरनजीत कौर, गुरप्रीत कौर, रितु, प्रदीप व पवन आदि भी मौजूद थे।