एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस लाइन के पास हाईवे पर लगाया जाम

वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों द्वारा रेगुलर किए जाने या समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर गत 16 नवंबर से शुरू की गई पूर्ण हड़ताल ने अब उग्र रूप लेना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:31 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 08:37 PM (IST)
एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस लाइन के पास हाईवे पर लगाया जाम
एनएचएम कर्मचारियों ने पुलिस लाइन के पास हाईवे पर लगाया जाम

संवाद सहयोगी, रूपनगर : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों द्वारा रेगुलर किए जाने या समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर गत 16 नवंबर से शुरू की गई पूर्ण हड़ताल ने अब उग्र रूप लेना शुरू कर दिया है।

इसके तहत मंगलवार को जिले भर के एनएचएम कर्मियों ने सबसे पहले जिला अस्पताल परिसर में धरना लगाते हुए पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सारे कर्मचारी पुलिस लाइन के पास ट्रैफिक लाइटों वाले चौक में पहुंच गए। उन्होंने वहां नारेबाजी करते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया।

इस कारण विभिन्न दिशाओं से आने वाले वाहन लगभग डेढ़ घंटा जाम में फंसे रहे। एनएचएम कर्मचारी लगातार नारेबाजी करते हुए पंजाब सरकार पर उदासीनता बरतने के आरोप लगाए। इस मौके पर पंजाब सरकार का पुतला भी फूंका गया।

इस दौरान एनएचएम कर्मचारी यूनियन के जिलाध्यक्ष मोहन सिंह व सुखजीत कंबोज ने कहा कि गत 16 नवंबर से लगातार जारी पूर्ण हड़ताल के कारण जिले भर में स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ कोरोना टीकाकरण तथा कोरोना सैंपलिग बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आम लोग अलग से परेशान हो रहे हैं, लेकिन सरकार पर इसका कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।

उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन व भारत सरकार द्वारा ओमिक्रोन वैरिएंट के आने की लगातार चेतावनी भी दी जा रही है, जिसे कोरोना से भी घातक बताया जा रहा है। इसके बावजूद पंजाब सरकार ने एनएचएम कर्मियों की के मांगों प्रति उदासीन रूख अपनाया हुआ है।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आम लोगों को जो परेशानी हो रही है या आने वाले समय में ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण हालात खराब होते हैं तो उसके लिए पंजाब सरकार सीधे रूप से जिम्मेवार होगी। जब तक सारे कर्मचारी रेगुलर नहीं होंगे या सारे कर्मचारियों को रेगुलर कर्मियों की भांति बराबर वेतन व भत्ते देना सुनिश्चित नहीं होगा, उस दिन तक संघर्ष लगातार जारी रखा जाएगा। इसके तहत अब गुप्त एक्शन भी किए जा सकते हैं।

इस मौके पर यूनियन नेता राजिदर सिंह ने चेतावनी दी कि अगर दस दिसंबर को मुख्यमंत्री के साथ होने वाली पैनल बैठक में सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों की मांगों को मंजूर करने संबंधी लिखित रूप से सकारात्मक भरोसा नहीं दिलाया तो 11 दिसंबर को राज्य भर के सारे एनएचएम कर्मचारी अमृतसर में इकट्ठे होकर उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री ओपी सोनी तथा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के निवासों का घेराव करते हुए रोष रैली करेंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा एक अन्य फैसले के अनुसार 11 दिसंबर के बाद मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री तथा कोई अन्य मंत्री जहां भी दौरा करने जाएंगे, उनका एनएचएम कर्मियों द्वारा घेराव किया जाएगा।

इस मौके पर डा. सचिन सहित खुशहाल, चरणजीत कौर, अमरजीत सिंह, रणजीत सिंह, महिदरपाल सिंह मावी, इंद्रजीत सिंह, जतिदर सिंह, परमजीत कौर, रजनी, गुरजीत, नेहा व कुलदीप कौर आदि ने भी संबोधित किया।

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