सांसद आदर्श गांव के अस्पताल में नहीं डॉक्टर, सेहत सेवाओं से महरूम 12 गांवों के लोग

राज्यसभा सदस्य अंबिका सोनी के गोद लिए सांसद आदर्श गांव घनौली के सरकारी अस्पताल के लिए पिछले कई माह स डॉक्टर न होने के कारण 12 गांवों के करीब 30 हजार से ज्यादा लोगों को सेहत सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं जिस कारण उन्हें इलाज करवाने के लिए रूपनगर या भरतगढ़ जाना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 06:41 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 06:12 AM (IST)
सांसद आदर्श गांव के अस्पताल में नहीं डॉक्टर, सेहत सेवाओं से महरूम 12 गांवों के लोग
सांसद आदर्श गांव के अस्पताल में नहीं डॉक्टर, सेहत सेवाओं से महरूम 12 गांवों के लोग

भूपिदर कौर, घनौली : राज्यसभा सदस्य अंबिका सोनी के गोद लिए सांसद आदर्श गांव घनौली के सरकारी अस्पताल के लिए पिछले कई माह स डॉक्टर न होने के कारण 12 गांवों के करीब 30 हजार से ज्यादा लोगों को सेहत सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं, जिस कारण उन्हें इलाज करवाने के लिए रूपनगर या भरतगढ़ जाना पड़ रहा है।

लॉकडाउन की शुरुआत में सेहत विभाग की ओर से अस्पताल में एक महिला एमबीबीएस डॉक्टर की तैनाती की गई थी और रोजाना ओपीडी 70 से 80 मरीज हो गई थी, लेकिन बाद में डॉक्टर की रूपनगर अस्पताल में बदली के बाद अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं है।

गांव की सरपंच इंजीनियर कमलजीत कौर ने बताया कि पंचायत की ओर से घनौली में अस्पताल बनाने के लिए लगभग तीस साल पहले तीन एकड़ जमीन स्वास्थ्य विभाग को दी गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने जमीन तो ले ली, लेकिन यहां अस्पताल नहीं बनाया। जमीन जंगल का रूप ले गई। इसके बाद जब अंबिका सोनी ने घनौली गांव को सांसद आदर्श योजना के तहत गोद लिया तो उनकी दादी सास जसपाल कौर ने पंचायत द्वारा गांव वासियों और दानी सज्जनों के सहयोग जमीन में लाखों रुपये की मिट्टी डलवाई और अंबिका सोनी की ओर से 52 लाख रुपये खर्च कर लगभग दस कमरों वाली इमारत का निर्माण करवाया गया, जिससे यहां मिन्नी पीएचसी बन सके लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहां मिन्नी पीएचसी की जगह सब्सिडरी हेल्थ सेंटर शिफ्ट कर दिया गया। उन्होंने मांग की कि इस इमारत में मिन्नी पीएचसी स्थापित की जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग यहां पक्का डॉक्टर लगाने की बजाय अन्य डिसपेंसरियों में तैनात डॉक्टरों की ड्यूटी लगाकर समय निकाल रहा है । अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर का हो चुका है रूपनगर तबादला

सेहत विभाग की ओर से एक अप्रैल को घनौली के अस्पताल में महिला डॉक्टर की तैनाती की गई थी, जिसका 20 जून को तबादला मोरिंडा कर दिया गया, जिसके बाद लोगों ने विरोध किया तो तबादला रोक दिया गया। इसके बाद उनका तबादला 27 जून को रूपनगर अस्पताल में कर दिया गया। बाक्स

डॉक्टरों की नई भर्ती के बाद होगी तैनती : एसएमओ

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भरतगढ़ के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. राजिदर कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की काफी कमी चल रही है, जोकि विभाग के उच्चाधिकारियों के ध्यान में है और नए डॉक्टरों की भर्ती होने उपरांत सब्सिडरी हेल्थ सेंटर घनौली में भी पक्के डॉक्टर की तैनाती हो जाएगी।

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