हैप्पी की किडनियों व आंखों से चार लोगों की जिदगी होगी रोशन
गांव बड़वा के 26 वर्षीय हैप्पी सिंह को घर की छत से गिरकर जख्मी होने के बाद पीजीआइ चंडीगढ़ ले जाने पर भी उसे बचाया न जा सका।
जागरण संवाददाता, रूपनगर: गांव बड़वा के 26 वर्षीय हैप्पी सिंह को घर की छत से गिरकर जख्मी होने के बाद पीजीआइ चंडीगढ़ ले जाने पर भी उसे बचाया न जा सका। डाक्टर से अपने बेटे के ब्रेन डेड की खबर सुनते ही परिवार के लिए पैरों की जमीन खिसकने व सिर पर आसमान गिरने जैसा था। इसके बाद भी हैप्पी सिंह के पिता गुरमीत सिंह व ताया करनैल सिंह ने किसी ओर परिवार की खुशी को ध्यान में रख बेटे के अंग दान करने का निर्णय लेकर अन्य लोगों के लिए मानवता की मिसाल पेश की है। इस पर पीजीआइ चंडीगढ़ की टीम ने परिवार की सहमति मिलते ही बिना समय गंवाए दो लोगों को उसकी किडनियां व दो अन्य लोगों को आंखें दान कर चार लोगों को जिदगी का अमूल्य उपहार देकर उनके परिवारों को जो खुशी दी। इसके बाद नयना जीवन ज्योति क्लब रूपनगर के सदस्यों ने हैप्पी सिंह के घर में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भेंट की। उन्होंने परिवार का धन्यवाद कर अन्य लोगों से भी मरणोपरांत आंखें व अन्य अंग दान करने के लिए आगे आने को कहा। इस दौरान गांव के सरपंच हरदियाल सिंह, अशोक कुमार (एसपी दफ्तर), क्लब के मेंबर अतिदर पाल, शिव कुमार, ध्रुव नारंग व दिनेश वर्मा भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नयना जीवन ज्योति क्लब रूपनगर पिछले कई सालों से आंखें व शरीर दान करवाकर कई परिवारों को खुशी प्रदान करने में सहयोग कर चुका है। इसके अलावा क्लब के सदस्यों को कोविड के समय में सरकारी अस्पताल रूपनगर में खूनदान व प्लाज्मा दान करने पर पंजाब सरकार ने फ्रंट लाइन वरियर के तौर पर सम्मानित भी किया है।