मांगें नहीं मानी तो 25 से होगा उग्र संघर्ष
पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की काल पर रूपनगर में जारी कलम छोड़ हड़ताल को सरकारी उदासीनता के चलते अब 24 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विस यूनियन की काल पर रूपनगर में जारी कलम छोड़ हड़ताल को सरकारी उदासीनता के चलते अब 24 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
शुक्रवार को रूपनगर के जिला खजाना दफ्तर के समक्ष सारे मिनिस्टीरियल स्टाफ द्वारा एकजुटता दिखाते हुए पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसी प्रकार सारे दफ्तरों के समक्ष भी स्टाफ ने पंजाब सरकार के कथित उदासीन रुख का विरोध करते हुए नारेबाजी की। इस मौके पर यूनियन के जिलाध्यक्ष वरिदर सिंह ने कहा कि अगर सरकार ने 24 अक्टूबर तक कर्मचारियों की मांगों को मंजूर नहीं किया तो सारा सरकारी काम ठप्प करते हुए 25 अक्टूबर से संघर्ष को उग्र रूप दिया जाएगा। मांगों का जिक्र करते उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा एक जनवरी 2016 से दिए गए वेतन कमीशन में दफ्तरी कर्मियों के साथ किए गए सौतेले व्यवहार को खत्म करते हुए सभी के लिए एक फार्मूला अपनाया जाए। बराबर काम के बदले बराबर वेतन दिया जाए। डीए की किश्तें जारी की जाएं, पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल किया जाए। परख काल की सीमा तीन साल से कम करते हुए दो साल की जाए। एक्सग्रेशिया 20 लाख, परख काल के दौरान दी जाने वाली बेसिक पे का एरियर दिया जाए तथा अन्य भत्ते देना मंजूर किया जाए आदि मांगों को प्रमुखता के साथ उठाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार की मांगों प्रति उदासीनता किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा संघर्ष को उग्र रूप दिया जाएगा। इस मौके पर यूनियन के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।