दुग्ध उत्पादकों ने वेरका प्लांट की कारगुजारी पर उठाए सवाल

गुरुद्वारा शहीदगंज मोरिडा में वेरका मिल्क प्लांट मोहाली के पूर्व चेयरमैन परमिदर सिंह चालाकी ने दूध उत्पादकों से बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 04:34 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 05:25 PM (IST)
दुग्ध उत्पादकों ने वेरका प्लांट की कारगुजारी पर उठाए सवाल
दुग्ध उत्पादकों ने वेरका प्लांट की कारगुजारी पर उठाए सवाल

संवाद सूत्र, मोरिडा: गुरुद्वारा शहीदगंज मोरिडा में वेरका मिल्क प्लांट मोहाली के पूर्व चेयरमैन परमिदर सिंह चालाकी ने दूध उत्पादकों से बैठक की। इसमें दूध उत्पादकों ने मिल्क प्लांट मोहाली की कारगुजारी पर सवाल उठाए। चालाकी ने बताया कि साल 2009 में मिल्क प्लांट मोहाली द्वारा दूध उत्पादकों और मिल्क प्लांट को फायदा करने के लिए मिठाइयां बना कर बेचने का काम शुरू किया था। इससे हर साल मिल्क प्लांट मोहाली को बड़ा लाभ होता रहा। उन्होंने कहा कि यह फैसला मिल्क प्लांट मोहाली की बेहतरी के लिए लिया गया था। उन्होंने कहा कि बहुत दुख की बात है कि अब यह लाभदायक फैसला मिल्कफेड द्वारा सरकार की सहमति से अपने आप ही बदल दिया है और यह ठेका एक निजी मिठाइयां बनाने वाली एक कंपनी को दे दिया है। जबसे यह ठेका उसे दिया गया है, तब से ही एक तो वेरका की मिठाई का भाव 100 से लेकर 150 रुपये तक बढ़ा दिया गया, दूसरे इसकी गुणवत्ता में भी बहुत गिरावट आई है। वह इस फैसले का जोरदार विरोध करते हैं। मिल्क प्लांट मोहाली ने पिछले दिनों फीड का भाव 100 रुपये प्रति क्विंटल व देसी घी में भी 10 रुपये प्रति किलो बढ़ोतरी की गई है, लेकिन दूध उत्पादकों के दूध का भाव नहीं बढ़ाया जा रहा। दूध उत्पादकों ने मिल्क प्लांट मोहाली द्वारा इस ठेके में करोड़ों रुपये की हेराफेरी होने का भी आरोप लगाया और इस ठेके की चौकसी विभाग पंजाब से जांच करवाने की मांग की है। वहीं जीएम मोहाली ने कहा कि मिल्क प्लांट मोहाली द्वारा मिठाई बनाने का जो ठेका दिया है, वह मिल्कफेड पंजाब ने दिया है। उनको इस ठेके संबंधी कोई जानकारी नहीं है। इस मौके पर परमजीत सिंह अमराली, सुखदीप सिंह भंगू, रेशम सिंह बडाली, कुलविदर सिंह उदमपुर, बलविदर सिंह कांझला, सतनाम सिंह उपस्थित थे।

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