अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन फेल

नंगल उपमंडल से गुजरती सतलुज नदी से सटे गांवों में जारी अवैध खनन को रोकने के लिए इलाका संघर्ष कमेटी ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 03:54 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 03:54 PM (IST)
अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन फेल
अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन फेल

जागरण संवाददाता, नंगल: नंगल उपमंडल से गुजरती सतलुज नदी से सटे गांवों में जारी अवैध खनन को रोकने के लिए इलाका संघर्ष कमेटी ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। गैर कानूनी माइनिग को रोकने के लिए तहसीलदार राम किशन को ज्ञापन सौंपने के मौके पर संघर्ष कमेटी के कोआर्डिनेटर सरूप सिंह, एडवोकेट विशाल सैनी, कामरेड विजय कुमार, मनजोत सिंह, एडवोकेट जसविदर सिंह आदि ने बताया कि इस जंगली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रात को अवैध खनन हो रहा है। इससे हालात ऐसे बन चुके हैं कि बड़े-बड़े पहाड़ समतल हो जाने के कारण जंगली जीवों ने गांवों की तरफ रुख कर लिया है। ग्रामीण इलाके में ओवरलोडड माइनिग मटीरियल से भरे टिप्परों से उड़ते धूल के प्रदूषण ने ग्रामीण इलाके में लोगों का जीना दूभर कर दिया है। संघर्ष कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि गांव खेड़ा कलमोट, मेहंदपुर, लोअर मजारी आदि इलाकों में प्रभावशाली लोगों के संरक्षण में चल रही अवैध माइनिग की वजह से अब तो गांवों में पेयजल का संकट भी पैदा होना शुरू हो चुका है, । 80 फीट तक गहरी अवैध माइनिग के चलते भूजल गिर चुका है। बावजूद इसके जिला प्रशासन इसे रुकवाने में पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है। यदि अवैध माइनिग को नहीं रोका गया, तो इलाका वासी दोबारा संघर्ष शुरू करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। पहले भी इलाका संघर्ष कमेटी ने एलगरां गांव के पास अवैध माइनिग को रोकने के लिए लंबा संघर्ष किया था । इस मौके पर संजय कुमार, अवतार सिंह, ज्ञान चंद, हरजीत सिंह, केसर सिंह आदि ने तहसीलदार से आग्रह किया है कि मानव जीवन से हो रहे खिलवाड़ को रोकने के लिए जल्द अवैध माइनिग को रोका जाना चाहिए, अन्यथा इसके परिणाम भयावह साबित हो सकते हैं।

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