जगह, जगह लगे कूड़े के ढेर, कर्मी नहीं कर रहे सफाई

राज्य भर में चल रहे गर कौंसिल कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में नंगल शहर में जारी कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को छठे दिन में प्रवेश कर गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 10:24 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 10:24 PM (IST)
जगह, जगह लगे कूड़े के ढेर, कर्मी नहीं कर रहे सफाई
जगह, जगह लगे कूड़े के ढेर, कर्मी नहीं कर रहे सफाई

जागरण संवाददाता, नंगल: राज्य भर में चल रहे गर कौंसिल कर्मचारियों की हड़ताल के समर्थन में नंगल शहर में जारी कर्मचारियों की हड़ताल मंगलवार को छठे दिन में प्रवेश कर गई है। हड़ताल के कारण ठप पड़ी सफाई व्यवस्था के चलते शहर में जगह-जगह कूडे़ के ढेर लगना शुरू हो गए हैं, लेकिन संघर्ष कर रहे कर्मचारी अपनी मागों पर अड़े हुए हैं। इन हालातों में शहर के अंदर गंदगी फैलनी शुरू हो चुकी है। डस्टबिनं तथा कंटेनरों को खाली न किए जाने के कारण कूड़ा कचरा फैलना शुरू हो चुका है। ऐसे में जरूरी समझा जा रहा है कि सरकार हड़ताल को खत्म करवाकर स्वच्छता की तरफ गंभीरता दिखाए। कोरोनाकाल में यह जरूरी है कि गंदगी को फैलने से रोकने की दिशा में गंभीरता दिखाई जाए। गौरतलब है कि अड्डा मार्केट, पहाड़ी मार्केट, एफएफ ब्लाक आदि इलाकों में कौंसिल कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गंदगी बढ़नी शुरू हो चुकी है। वहीं मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक की जानकारी देते हुए यूनियन के नेताओं आशीष कालिया, कौशल कुमारव ललित कुमार आदि ने बताया कि सरकार से जवाब मिला है कि एक सप्ताह के भीतर सकारात्मक बात की जाएगी, लेकिन राज्य स्तरीय संयुक्त एक्शन कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा है कि हड़ताल किसी भी सूरत में बंद नहीं होगी। इसलिए सरकार जल्द जायज मागों को पूरा करे। सफाई सेवकों की हड़ताल को भावाधस ने भी दिया समर्थन जागरण संवाददाता, नंगल: भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज नंगल इकाई ने नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों की चल रही राज्यव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया है। भावाधस के प्रधान संजय कालू ने कहा कि विगत दो दशक से ठेकेदारी प्रथा के अंतर्गत सेवाएं प्रदान कर रहे सफाई कर्मचारियों को पक्का किया जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो बराबर काम बराबर वेतन देने के नियम लागू हो चुके हैं , वहीं महंगाई के दौर में मात्र सात हजार रुपये के वेतन पर जीवन निर्वाह करना नामुमकिन है। इन हालातों में सफाई कर्मचारियों की जहां सामाजिक सुरक्षा प्रभावित है, वहीं उनके बच्चे भी उच्च शिक्षा जैसी सुविधाओं से वंचित हैं। इसलिए पंजाब सरकार सफाई कर्मचारियों को जल्द पक्का करे। उन्होंने कहा कि उनका संगठन पूरी तरह से संघर्ष के साथ है। इस संबंध में की गई बैठक के दौरान जिला प्रधान राकेश सहोता, राकेश रिक्स, शेर सिंह, सुरेंद्र छिंदू, अमित चौटाला रोहित दीपू सहोता अभिषेक हिम्मत सिंह अरुण संगेलिया, मनिंदर नाहर अजय संगेलिया, लक्की कुमार व मोनू सिद्ध आदि भी मौजूद थे।

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