पांचवें दिन भी जारी रही हड़ताल

नंगल में म्यूनिसिपल इंप्लाइज एक्शन कमेटी पंजाब की जारी हड़ताल के समर्थन में सोमवार को नंगल में भी पाचवें दिन कर्मचारियों ने कामकाज ठप रखकर रोष प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 08:34 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 08:34 PM (IST)
पांचवें दिन भी जारी रही हड़ताल
पांचवें दिन भी जारी रही हड़ताल

जागरण संवाददाता, नंगल: नंगल में म्यूनिसिपल इंप्लाइज एक्शन कमेटी पंजाब की जारी हड़ताल के समर्थन में सोमवार को नंगल में भी पाचवें दिन कर्मचारियों ने कामकाज ठप रखकर रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों में कौशल कुमार, अशीष कालिया, आउटसोर्स कर्मियों के संगठन के अध्यक्ष ललित कुमार व सुनील कुमार ने कहा कि कर्मचारी अपनी जायज मागों के लिए रोष प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए पंजाब सरकार को इनकी मागें पूरी करनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि मागों में शामिल ठेका प्रणाली को समाप्त कर सफाई सेवकों, माली, बेलदार, सीवरमैन, कंप्यूटर आपरेटर, क्लर्क, इलेकट्रीशियन, पंप आपरेटर, ड्राइवर, फायर ब्रिगेड कांट्रैक्ट कर्मचारियों को पक्का करने सहित शहरों में बीट के अनुसार सफाई सेवकों की भर्ती की जाए। इसके अलावा वेतन समय पर देने के लिए वैट की राशि दोगुनी कर म्यूनिसिपल कर्मियों का वेतन पंजाब सरकार के खजाने में से दिया जाए। उनकी अन्य मांगों में बराबर काम का बराबर वेतन, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट का सशक्तिकरण, पैंशन संबंधी आप्शन का प्रोसेस पूरा करने वाले कर्मचारियों को पेंशन लगाना व स्थानीय निकाय विभाग में काम कर रहे ‌र्क्लकों की 15 साल सर्विस होने पर उन्हें इंस्पेक्टर बनाया जाए।

इस मौके कौंसिल के कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाते हुए एलान किया है कि मांगें पूरी न होने तक चल रही हड़ताल को जारी रखा जाएगा। सरकार से मांग है कि जल्द राज्य व्यापी हड़ताल का समाधान निकाला जाए। स्कूल खोलने के निर्णय के विरोध में शिक्षा सचिव का पुतला जलाया संवाद सहयोगी, नूरपुरबेदी: संयुक्त अध्यापक मोर्चा के आह्वान पर बस स्टैंड में एकत्र हुए अध्यापकों ने बिना कारण स्कूल खोलने के निर्णय के विरोध में शिक्षा सचिव पंजाब कृष्ण कुमार का पुतला जलाया। अध्यापक नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग में प्राइमरी और मिडल स्कूलों को उजाड़ने के लिए साजिश रची जा रही है। संयुक्त अध्यापक मोर्चे के नेता संजीव कुमार, परमिदर भारती और हरमेश सिंह सैनी की अध्यक्षता में रोष प्रदर्शन के दौरान अध्यापक नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान शिक्षा सचिव के अड़ियल रुख के कारण बिना कारण जहां स्कूल खोले जा रहे हैं, वहीं स्कूलों का समय भी कम नहीं किया जा रहा है। अब तक 20 से ज्यादा अध्यापकों की मौत हो चुकी है, मगर शिक्षा विभाग और सरकार को अध्यापकों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है। सरकार अध्यापकों से भेदभाव की नीति अपना रही है। बाकी सरकारी विभागों में 50 फीसद स्टाफ को ड्यूटी पर आने के आदेश दिए गए है, जबकि दूसरी तरफ कोरोना पीड़ित क्वारंटाइन अध्यापकों की छुट्टी बंद कर दी गई है। धरने के दौरान अवनीत चड्ढा, परमिदर भीम, मनप्रीत लैहड़िया, जसवीर डूमेवाल, अर्पण कुमार, सुरिदर पाल सैनीमाजरा, रजिदर विष्णू, ओंकार सिंह व महिदर सिंह भी उपस्थित थे।

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